दिल मे छुपी बात को में शब्दों मे बयां कैसे करू,
और जब मेरा दिल ही तेरा हो चुका है तो भला में किसी और से प्यार कैसे करू ?-
उसके लिये परेशाँ जिगर क्यूँ है
वो मेरा, अब तक हमसफ़र क्यूँ है
ये बात सिर्फ इतनी सी भी है तो क्यूँ है,
उसे नहीं मुझसे मुहब्बत, मुझे अब तक क्यूँ है
हज़ारो ज़ख्म है मुझमे जो उसकी निशानी है,
भला मुझे उसकी फिर भी ज़रुरत क्यूँ है
बात सिर्फ इतनी सी भी है तो क्यूँ है
उसे नहीं मुझसे मुहब्बत, मुझे अब तक क्यूँ है
मेरी 'तितली' जहाँ भी है, वहां बहुत खुश है,
मुझे फिर भी उसकी इतनी फिकर क्यूँ है
बात सिर्फ इतनी सी भी है, तो क्यूँ है
उसे नहीं मुझसे मुहब्बत, मुझे अब तक क्यूँ है..-
हम लड़कियां इतनी भावुक क्यों होती हैं?
छोटी छोटी बातों में भी हम सब इतना क्यों रोती हैं ??-
दुनियाँ में इतनी रस्में क्यों हैं,
प्यार अगर ज़िंदगी है तो इसमें कसमें क्यों हैं,
हमें बताता क्यों नहीं ये राज़ कोई,
दिल अगर अपना है तो किसी और के बस में क्यों है?-
होती है कुछ बातें अब भी....
पर वो बात नहीं होती
सूरज तो रोज डूबता है.....
पर अब शाम नहीं होती
Karuna Tiwari
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शर्म , दहशत , झिझक, परेशानी
नाज़ से काम क्यो नही लेती
आप, वो, जी , मगर
... ...... .. ये सब क्या है
तुम मेरा, नाम क्यो नही लेती !
💟Jaun elia💟-
Khabar thi saari duniya ko
Ki mujhe door jaana h
Pta nhi phir bhi
Uski aankho men aansu aaye kyo?-
कहते हैं वो तुम बदल गए हो....
यह क्यों नहीं बताते क्यों बदल गए हैं हम !
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He : जिसकी चाहत हो सबसे ज्यादा, वो मिलती
नहीं हमें आखिर क्योँ ?
She : इतनी चाहत ही करनी किसी से क्योँ ?
♥️❣️♥️
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Dila kar yaqeen
mohabbat ke safar ka......
Tanha q chhor gye mujhe
sitam sahne ke liye!!!!!!-