nishant baish 6 FEB 2019 AT 8:56 मैं सच था ,जब मैं चुप था।अब बोलता हूं ,तो झूठा सा लगता हूं।। - kadir shaikh 16 APR 2020 AT 13:01 # # #Jo chiraag aandhiyoo se nhi bhut the... ... Aaj wo tere aahat se bujhne lage hai🖤🖤🖤 - SIMRAN RAJ 20 MAY 2019 AT 10:24 ज़िंदगी सिर्फ़ जीते रहने के हम क़ायल नहीं है साहब!हवाओं के बग़ैर जो न लिया गया हो वो साँस ही क्या... - αωαяα 🅐🅡🅩🅞🅞 17 AUG 2019 AT 10:45 - GURDAS Shikhiyarthi 2 OCT 2020 AT 22:48 जो गुज़ारी न जा सकी हम सेहम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी हैमैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बसख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहींये मुझे चैन क्यूँ नहीं पड़ताएक ही शख़्स था जहान में क्याज़िंदगी किस तरह बसर होगीदिल नहीं लग रहा मोहब्बत मेंकैसे कहें कि तुझ को भी हम से है वास्ता कोईतू ने तो हम से आज तक कोई गिला नहीं कियासारी दुनिया के ग़म हमारे हैंऔर सितम ये कि हम तुम्हारे हैं - Ankahen Lafz࿐ 25 MAR 2021 AT 10:31 Jo guzaari na ja saki humse,Humne wo zindagi guzaari hai.Mere isaq ko khokar mene,Kisi aur ki zindgi sanwari hai. - अहम ब्रह्मास्मि 21 NOV 2021 AT 10:40 कितने ऐश से रहते होंगे कितने इतराते होंगेजाने कैसे लोग वो होंगे जो उस को भाते होंगेशाम हुए ख़ुश-बाश यहाँ के मेरे पास आ जाते हैंमेरे बुझने का नज़्ज़ारा करने आ जाते होंगेवो जो न आने वाला है ना उस से मुझ को मतलब थावो जो न आने वाला है ना उस से मुझ को मतलब थाआने वालों से क्या मतलब आते हैं आते होंगेउस की याद की बाद-ए-सबा में और तो क्या होता होगायूँही मेरे बाल हैं बिखरे और बिखर जाते होंगेयारो कुछ तो ज़िक्र करो तुम उस की क़यामत बाँहों कावो जो सिमटते होंगे उन में वो तो मर जाते होंगेमेरा साँस उखड़ते ही सब बैन करेंगे रोएँगेया'नी मेरे बा'द भी या'नी साँस लिए जाते होंगेJaun Elia - ayush sharma 8 NOV 2019 AT 13:57 हमने गुनाह किया तो दोज़ख़ मिली हमेंदोज़ख़ का क्या गुनाह कि दोज़ख़ को हम मिले। "written by जौन एलिया(1931-2002)" (दोज़ख़ = नर्क) - "रामवी" सुखन 14 OCT 2021 AT 15:01 ख़फ़ा हो गई है रूसवाई मेंकुछ पल की ही जुदाई मेंअब हम भी तुझे ढूंढा करेंगेहर गमजात की बेबफाई मेंहम तो जीते भी नही जानातुझमें और तेरी परछाईं मेंउम्रें गुजार ही दी गई "जॉन" बस इल्ज़ामों की भरपाई मेंकुछ तो खूबियाँ रहीं होगीहाँ उस बेरहम हरजाई मेंवो मिले तो कह देना उसे खूब रोया करे तन्हाई में! - Gaurav Yadav 17 JUN 2020 AT 10:43 तुम अपने चाहने वालों की बात मत सुनिये।तुम्हारे चाहने वाले दिवाने हो गए हैं।।जो अपने तौर से हम ने कभी गुज़ारे थे।वो सुब्ह ओ शाम तो जैसे फ़साने हो गए हैं।।अजब महक थी मेरे गुल तेरे शबिस्ताँ की।सो बुलबुलों के वहाँ आशियाने हो गए हैं।।हमारे बाद जो आएँ उन्हें मुबारक हो।जहाँ थे कुंज वहाँ कार-ख़ाने हो गए हैं।।-जॉन एलिया -