बाद रुख़्सती के कोई याद करे भी क्यों मुझको
मैं सिर्फ 'मौन' हूँ कोई 'जौन' तो नही
जौन- जौन एलिया-
ना दिखता हे फिर भी होता है तू ,
ज़िक्र तुम्हारा क्या करे हर लफ्ज़ में झलकता है तू-
ये भी कि तुम अब किसी के नही
ये भी नही कि तुम गुजारा बनो
मैं भी तो उनका कभी न हुआ
जिसने ये कहा कि हमारा बनो-
याद है तुम्हे, तुमने कहा था मुझसे, इश्क़ जावेदानी है
मगर बिछड़े तो आँसू सिर्फ मेरे निकले, तुम्हारे तो पानी है-
जब आओगे तो खोया हुआ पाओगे हमे
मेरे पहलू मे तेरे यादों के सिवा कुछ भी नहीं
क्या कहा....मेरे कमरे को सजाना है
मेरे कमरे में किताबो के सिवा कुछ भी नहीं !-
नया इक रिश्ता
पैदा क्यूँ करें हम
बिछड़ना है तो
झगड़ा क्यूँ करें हम
[जॉन एलिया]
तू बदलना नहीं चाहती
तो मिन्नते क्यूँ करे हम
तुझे समझने समझाने की
कोशिश क्यूँ करे हम
[जय कुमार]
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तेरे ऐतबार पे मशहूर है
मेरी मोहब्बत के किस्से
इस बेरुखी भरी जिंदगी में
सुकुन का अक्ष हो तुम
#मोना .....✍-
छु लू तुझे या, तुझमें ही बस जाऊँ
कोई तो रास्ता बता जिससे मैं जन्मो जन्म
तक तेरा हो जाऊँ,-
चलो ख़ुद को थोड़ा समझाकर देखती हूँ
मैं भी तुम्हें भुलाकर देखती हूँ..
रख देती हूँ यादों को इक लिफाफे मे
कोने मे कहीं फिर छिपाकर देखती हूँ..
भूल जाऊं हर लम्हा हर बात तेरी
तस्वीरें सभी फिर जलाकर देखती हूँ..
कर दूँ बंद ताले मे इस 'राज' को अब
ख़ुद को ही ख़ुद आजमाकर देखती हूँ..
कहते है सुनता है ख़ुदा...हमेशा सभी की
मैं भी जरा आवाज़ लगाकर देखती हूँ...!!-