उसका जाना जेहन में क्या..............बस गया,,
अब किसे रोकते जिसे जिसे जाना था बस गया,,-
तुम्हे छोड़ कर चले जायेंगे
हर वादा तोड़ कर चले जायेंगे
ऐसे मत सोचो
तुम हमारे लिए कुछ भी नही
तुम हमारा वजूद ही नही
हमारी रूह हो ।।-
ओये.. सुनो ना यार..!💖
इतना.. ना 'दूरी'.. बनाओ हमसे..के "आसमन" तुम और 'ज़मीन" हम हो जाये..!
और..
"जाना" 'Corona' काल चल रहा है.."वक़्त" रहते.. 'बात' कर लिया करो..!
नहीं तो.. क्या पता.. कब "Present" तुम..और "Past" हम हो जाये..!-
निखर रही हूं जानां.... तुम्हारे दीदार से
अब ये दीदार -ए आईना मुझे भाता नहीं
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उसका पायल पहनकर मेरी राह से गुजरना,
निगाहो को झुका चोरी से मुझे निहारना,
बिन कहें ही यूँ बंद लबों से सब बयाँ करना,
सबूत देता है मुझे, उन्हें महोबत सिर्फ हम से ही है।-
बहुत दिनों बाद मिलने पर उसने कहा,"तुम्हारी आँखें समुन्दर जितनी गहरी लग रही हैं"
मैंने कहा,"आपका दिया हुआ दर्द संभाल कर रखा हैं, जब बहेगा तो आपको बहा ले जायेगा"!-
अगर सच हैँ मेरी जाना, की मैं काबिल,नहीं हूँ अब
खुदी तुम क्यों, तेरे दिल से, मुझे रुसवा नहीं करती
तमाशा रोज महफ़िल में, क्यों करती हो मोहब्बत का
हमेशा के लिए क्यों तुम, खतम किस्सा नहीं करती..-
Mere sapne me aakar mujhe jaga kar yun jaya na kro,
agar jana hi hota hai toh phir aaya na kro!-
लौट आओ जाना
वक़्त रहते लौट आओ जाना
ये वक़्त फरेबी मुझसे मौत का पता पूछ रहा है
अंधेरी गलियारे में बेवक्त मुझे ढूंढ रहा है
हथेलियों से लकीरें मिट रही हैं
सांसों का तार टूट रहा है
वक़्त रेत सा फिसल रहा है
मौत का मंज़र घूम रहा है
ख़्वाबों का साथ छूट रहा है💔💔-
वो मुझे फ़ुरसत में यादों के तोहफ़े सजाने थे....
पर जनाब थोड़े जल्दी में थे....-