ज़रूरी नहीं कि हर कोई पराया हो,ज़रूरी ये भी नहीं,कि हर अपना,तुम्हरा हो।। -
ज़रूरी नहीं कि हर कोई पराया हो,ज़रूरी ये भी नहीं,कि हर अपना,तुम्हरा हो।।
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पैरों के नीचे रख कर भूल जाता है वो ख्वाहिशें तुम्हारी,सलामती की दुआ जिसकी तुम हाथ फैलाकर मांगते हो✨ -
पैरों के नीचे रख कर भूल जाता है वो ख्वाहिशें तुम्हारी,सलामती की दुआ जिसकी तुम हाथ फैलाकर मांगते हो✨
मुझे चाय पीना है,तुम साथ चलोगे क्या?चलो ये बताओ,मैं खो गया हूं कुछ दिनों से,तुम ढूंढ़ने के लिए वक़्त निकाल पाओगे क्या? -
मुझे चाय पीना है,तुम साथ चलोगे क्या?चलो ये बताओ,मैं खो गया हूं कुछ दिनों से,तुम ढूंढ़ने के लिए वक़्त निकाल पाओगे क्या?
ज़ाहिर है,तुम्हें अपने ज़ख्म सबसे गहरे लगते हैं,पर ख़ैर इसका तो करो मेरी जान,जिन लम्हों को तुम याद करते हो,हम उनके लिए बस तरसे हैं।। -
ज़ाहिर है,तुम्हें अपने ज़ख्म सबसे गहरे लगते हैं,पर ख़ैर इसका तो करो मेरी जान,जिन लम्हों को तुम याद करते हो,हम उनके लिए बस तरसे हैं।।
इश्क़ की कहानी तो शुरूआत में थी,अब तो सवाल जवाब के क़िस्से होते हैं बस।। -
इश्क़ की कहानी तो शुरूआत में थी,अब तो सवाल जवाब के क़िस्से होते हैं बस।।
समझना होता तो सन्नाटे भी सुनते...मैंने तो फ़िर भी सिसकियों में शिकायतें दर्ज की थी✨ -
समझना होता तो सन्नाटे भी सुनते...मैंने तो फ़िर भी सिसकियों में शिकायतें दर्ज की थी✨
मेरे ख्वाहिशों जैसा कोई मिला ही नहीं, यहां तो लोग दिल के नाम पर बस दिल रखते हैं।। -
मेरे ख्वाहिशों जैसा कोई मिला ही नहीं, यहां तो लोग दिल के नाम पर बस दिल रखते हैं।।
ढल गए वो चांद सूरज कहीं, मैंने देखा,वो पहली मुलाक़ात की जगह आज भी हसीन हैं।। -
ढल गए वो चांद सूरज कहीं, मैंने देखा,वो पहली मुलाक़ात की जगह आज भी हसीन हैं।।
छुपाकर रखा हैं मैंने गुलाब तेरे नाम का,फ़ुरसत हो, तो मिलना आज ख़्वाब में।। -
छुपाकर रखा हैं मैंने गुलाब तेरे नाम का,फ़ुरसत हो, तो मिलना आज ख़्वाब में।।
फ़िक्र, ख़्याल, इज्ज़त यकीनन था उसे,वक़्त,इश्क़,और मुलाकातें बस अधूरी रह गईं।। -
फ़िक्र, ख़्याल, इज्ज़त यकीनन था उसे,वक़्त,इश्क़,और मुलाकातें बस अधूरी रह गईं।।