अंगड़ाई लेके जालिम ने मुझ पे जो खुमार डाला है
खुदा कसम इसी अदा ने बस मुझको मार डाला है-
सुनो ज़ालिम ,
महबूब कभी भी मगरूर नही होता ,
दिल में रहने वाला कभी दूर नहीं होता ,
वो तो नई मोहब्बत का नशा ही अलग है ,
वरना चाहत रखने वाला मजबूर नही होता ।।
#h_rbc🌸-
जब से तुझसे दोस्ती क्या हुई,
तूने प्यार करना, और,
प्यारा सा लिखना भी सीखा दिया,-
न करता मोहब्बत मैं , इस जालिम जमाने में ,
पर कोई दिल के करीब आ कर शर्ट के टूटे बटन को
सुई - धागे से शिने वाला भी तो चाहिए था ।
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जिंदगी में कोई कमी भी ना थी,
मुझे तेरी जरूरत भी ना थी,
अल्फ़ाज़ों में अपना गुरूर था,
ये तो ज़ालिम वक्त का ही कसूर था ...
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मत तलाशो अपना वजूद हर जगह
भटक जाओगे,
ज़ालिम ज़माना है,,
कोई खुद में नहीं रखता...-
Aee Mere Mola,
Dua Tu ek meri qubool krle..
jafa ki iss jalim duniya se
Masoom mohabbat ko bhut door krde..-
उन सितारों में एक सितारा मेरा भी रहेगा,
ज़ालिमों की बस्ती में एक ठिकाना मेरा भी रहेगा।।-