इंक़लाब खोज ही लेता है रास्ते अपने
दरिया का सारा पानी
समुद्र में नहीं मिलता
- दीपाली-
অনেকেই ভালোবাসে' কিন্তু
পায়না সকলে লাল গোলাপ।
অনেক সময়,ঠোঁট ছুঁয়ে প্রতিবাদ ও দীর্ঘ
মিছিলেও সফল হয়না ইনকিলাব।-
तेरी जिंदगी के पन्नों पर बस अपना ही नाम लिख दूं।
तू कहे तो तेरे लिए अपनी हर शाम लिख दूं।
तेरी ख़ामोशियों से भरी शाम को सुबह के नाम लिख दूं।
लिख दूं बस सारी तमन्ना अपनी या तू कहे तो आसमां पर इंकलाब लिख दूं।-
इस आधुनिक
होती हुई
दुनिया में कुछ लोगों
के लिए ,
इश़्क करना छोड़ो,
इश़्क लिखना
भी इंकलाब से कम नहींं..!!-
ਗੁਲਾਮਾਂ ਦੀ ਏਸ ਬਸਤੀ 'ਚ ਓਹ੍ਹ ਐਸੇ ਸ਼ੇਰ ਆਏ ਸੀ,
ਹਕੂਮਤ-ਏ-ਜ਼ੁਲਮ ਦੇ ਮੂੰਹ 'ਚੋਂ ਆਜ਼ਾਦੀ ਖਿੱਚ ਲਿਆਏ ਸੀ
गुलामों की इस बस्ती में वो ऐसे शेर आए थे,
हकूमत-ए-जुल्म के मुँह से आज़ादी छीन लाये थे,-
हजारों सवालों का इस तरह ज़वाब लिखती है।
मै अंधेरा लिखता हूं तो वो आफताब लिखती है।
कुछ इस तरह वाक़िफ है मेरे मिज़ाज से कलम मेरी।।
मै अगर इश्क़ लिखता हूं तो वो इन्कलाब लिखती है।-
In past people used to protest coz they had 'No Rights'
These days people protests coz they have 'Rights'
-
کاٹیئے بازوں سیاسی شر پسندوں کے سبھی
جنگ و جدل انسانیت پہ جو نشانے ہو گئے
काटिए बाज़ू सियासी शर पसंदों के सभी
जंग ओ जदल इंसानियत पे जो निशाने होगए-
आज आई है सालो बाद
बरसात मेरी देहलीज पे,
फ़िर क्यूं मेरे पाव भीगना नहीं चाहते?
आज आया है चाँद लेकर
मुक्तसर सी खुशियां,
फिर क्यों है हर कोई सोया?
तुम खो जाते हो अपने इंकलाबी ख्यालों में,
और मैं तुम्हारे दिल की गलियों में।-
ڈھیل اُن کا پھر شکنجہ کرنا کسنے کے لئے
قیمتوں کے اس قدر گھٹنے بھڑانے ہو گئے
ढ़ील उनका फिर शिकंजा करना कसने के लिए
क़ीमतों के इस क़दर घटने बढ़ाने हो गए-