चाँद, फूल,
पेड़, कहता पानी,
बहती हवा,
सब कुछ है,,
मगर तुम पास नहीं...-
मेरी प्रोफाइल पर .....🌻🌻🌻🌻
आधुनिकता का डंका
पीटने वाला
समाज आज भी लाचार है,
अपनी सोच से ;
जहां
फिल्मों में अश्लीलता सरेआम
दिखाई जा रही है,
और वहीं
प्रेम कविताएं
आज भी छुपकर
लिखी जा रही है...!!-
दुनिया के
तमाम रिश्ते आपसे
एक दिन
मुँह मोड़ सकते है ,
सारे बनावटी हो सकते है,
मगर मां की
मोहब्बत हमेशा
यूं ही चमकती रहेगी;
उसकी पाकीज़गी उतनी है,
जितनी फूलों पर
ठहरी ओस की बूंदों की है...!!-
एक पुरुष के कंधे ;
जिन पर बहाई जा सकती है,
अवसाद की पीड़ा ,
असफलता की निराशा ,
जिंदगी के तमाम दु:ख दर्द ,
असंख्य गमों को
सहेजने की ताकत रखते है,
एक पुरुष के कंधे ,
सूकून और शांति का कभी
भी रिक्त न होने वाला स्रोत है,,
जिनसे दुनिया के
किसी भी जोखिम भरे कृत्य को करने के
लिए हौसला बटोरा जा सकता है...!!-
सुनो!
तुम मेरे बाद कभी
भी पतझड़ मत हो जाना ;
तुम बने रहना
हमेशा वो बसंत के बाग
जिनमें दो पल
भी कोई रुके तो
सूकून महसूस हो,
और हमेशा
एक सकारात्मक ऊर्जा
प्राप्त कर सके...!!-
किसी से प्रेम करना एकमात्र ऐसी
कला जिसे सीखने की आवश्यकता
नहीं होती; हम जन्म से ही प्रेमी होते है..!!-
किसी से
पहली दफा
मिलो तो ऐसे
मिलो; जैसे गिरते हैं फूल
धरा पर बीज लिए
सृजन का, और
अंकुरित होते हैं
नये पादप के रुप में...!!-
प्रेम कहां
देखता है,प्रेमियों
की परिस्थितियां,
देखता है
तो मात्र दिल
जो लुटने
पर अमादा हो...!!-