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त भाइयों अउर उनकी भौजाइयों😜
आपन समइया आइब😁✊
("Apna Time Aayega"😎)
लेकिन कबहै आइब जी???
अरे!!
आपन टाइमवा त "1 अप्रैल" के fix हई
"ठलुअन का दिवस.." 😉😜😜
माने मूरख दिवसवा की सभी भइयन और उनकी भौजाइयन के हमरे तरफिया से advance में बहुतै बधाई !!!😂😂🙏🙏-
"I was like the patient who cannot explain to the doctor where it hurts, only that it does..."
-Khaled Hosseini
मर्ज़ मेरा लाइलाज था, हकीम नब्ज़ टटोलता रहा...
उसकी दवा में दग़ा था, कि दर्द मेरा मुसलसल रहा...!-
I hope one day people will understand,
That English is a only language,
Not a measuring of
intelligence.-
ऐ भारत देश तू क्यों आजाद हुआ
ताकि तेरे भारती तुझे ही लूटे।
पुर्खो की सजाई शान व शौकत
बन कर महान कोई नेता उसे बेचे।
भारती अब भारत वासी नहीं
देखो सब बन गए लुटेरे।
भारत से नहीं है अब इनको प्यार
ना ही करते नारी का ये सम्मान।
तड़प कर मर जाती है बेटियां
नहीं देता कोई इन पर ध्यान।
लाज शर्म व हया तख्त पर रख
जिस्म नुमाई का हो रहा है नाच।
ढोंग का लिबास लपेट कर
अंदर ही अंदर कर देंगे ख़ाक।
ज़रूरत है अब इस देश को
एक ऐसे एक सूरवीर की।
जो कर सके खात्मा उनके राज को।
जो घर में बैठे खा रहे अपने घर को।-
संस्कृति और धर्म के आँचल में
जाने कितनी ही भाषाएं पलती हैं
आधुनिकता की इस दौड़ में आज
जाने कितनी हर पल मरती हैं
भीड़ का हिस्सा बनने में
हम विशिष्टता अपनी खोते हैं
सीखने की उम्र में शरमाते हैं सकुचाते हैं
आज जब समझते हैं महत्ता उसकी
बस यूँ ही बैठे पछताते हैं-
जब भारत की बात चले तो ,बात चलेगी हिंदी में
न अंग्रेजी, गुजराती न , न बंगाल न सिंधी में।
जब भारत की बात......
गूगल बोले , याहू बोले सब इंजन बोले हिंदी में
अब वो वक़्त भी दूर नही,जब गूँज उठेगी रावलपिंडी में।
प्रफुल्ल भारद्वाज-
Lost in a maze of alphabets
Words did lose their power
Struggling to maintain its glory
Dialect sought to hold its lustre
Swamped was it by cruel time
Valued not by all n sundry
Despite an ancient lineage
Vanquished was it humbly
Thus losing its precious worth
Laid itself to rest in peace!
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हम साथ रहे
एक अरसे तक
साथ ही बिताए
सब से अच्छे और सबसे बुरे पल
अपने-अपने घरों से दूर
एक-दूसरे का परिवार बनकर
खुशियाँ मनाते,
ग़म ग़लत करते हुए
एक-दूसरे की ताक़त बनकर
पर, समय!
खोल पर उड़ निकला
हम अपनी-अपनी राह चले ...
मैं उसका एक चम्मच ले आया
अब भी
खाते वक़्त लगता है
जैसे दोस्त अपने हाथ से खिला रहा हो ...-