उसे जाने का ख्याल क्या आया एक दिन प्रफुल
तब से वो गया तो नहीं लेकिन तेरा भी नहीं रहा-
@prafullsubeshbhardwaj97
Fb- prafull subesh bhar... read more
तुमसे रह कर दूर फ़कत ये जाना हमनें
एक सेकंड भी कितनी देर में होती है-
लहजा ही थोडा शख्त है बस मेरे सामने
बाकी वो सारी दुनिया के लिए ठीक ठाक है-
नहीं रहना था तुझ में बेरुखी का, असर रह ही गया
ये तुझे बेशर्त मोहब्ब्त करने का , कसर रह ही गया
हजारों कोशिशें कर ली कहीं कुछ बाकी न रह जाए
मगर मुझ में ये झूठा मुस्कुराने का, हुनर रह ही गया-
दिखा कर इश्क के सपने , मुझे कहते हो ठहर जाओ
बुला के तुम जिगर के पास, फिर कहते हो घर जाओ
बदन में थी नही जब जान , मुझे जिंदा किया तुमने
पकड़ कर हाथ कहते हो , मुझे छोड़ो या मर जाओ-
हालत- ए-दर्द बयां होता है उसके चेहरे से
जब किसी आंख से आंसू जो जुदा होता है
नही जाता कोई भी इश्क में मंदिर - मस्जिद
उसका महबूब ही उसके लिए खुदा होता है-
कि अब पूछोगे क्यों तुम हाल मेरा, भला कोई और खास हो चुका हैं
चुभन करती है तुमको शक्ल मेरी, ये रिश्ता अब बकवास हो चुका है-
जमीं से निकला और निकलते ही जैसे अंबर आ गया
तेरे बिना जनवरी क्या निकली, निकलते ही दिसंबर आ गया-
उसे जब फुर्सत मिली तो मैं याद आया
एक बार फिर मेरा नंबर सबके बाद आया
और मैने रोज़ा रखे जिसके लिए सारे ---- 2
कमबख्त वो हर रोज़े में शहरी के बाद आया-
ये मोहब्बत एक जुआ है , मैंने सुना है
कि जुआ किसी का नही हुआ है-