मुस्कुराहट एक जरिया है गमों को छुपाने का।
यह हुनर है दुखी होते हुए खुद को बढ़िया बताने का।-
अदब से वक़्त के साथ
बदलना सिख लो दोस्तो,
के वक़्त बदलने का हुनर
हर इंसाँ को बक्षा नही जाता-
_इनायत_
हर खुशी तुझसे, तुझसे ही शिकायत है
के हुनर-ए-इश्क़ भी, तेरी ही इनायत है...-
अपने हुनर का प्रदर्शन करना अच्छी बात है l
लेकिन अंग प्रदर्शन करना बड़ी बेशर्मी की बात है ll-
दर्द छुपाने का क्या हूनर दिखलाया हैं..
ऑंसू छलका, फिरभी बदनाम...प्याज बताया हैं !!-
Mujh me
"HUNAR"nahi hai
Khas..,,
"MASUMIYAT ke siwa
kuch nahi hai
mere Pas...-
Naa jane kye log ye hunar khaan se laate hain
Dil me nafrat rkhte hain aur Zubaan se humdrdi jtaate hain
ना जाने कई लोग ये हुनर कहां से लाते हैं
दिल में नफरत रखते हैं और ज़ुबान से हमदर्दी
जताते हैं
-
मेरे और तुम्हारे दरमियांँ...
जो हुनर का अंतर है जनाब...
क्योंकि हमको सिखाया है वक्त ने...
और आप को सिखाया है किताब...-
"मुलाकात चाय पर"
सोच रहा हूँ अब किसी रोज उनको चाय पर बुलाया जाय ,
सुनूँ मैं उनको जी भर के , कुछ अपना हाल सुनाया जाय।
सुना है बड़े कमाल का हुनर है उनकी खूबसूरत हाथों में,
बात बने अगर उन्हीं के हाथों का,मुझे चाय दिलाया जाय।
गज़ब की महकती होगी प्याली छूकर उनके सुर्ख होंठो को,
ज़िद है उनकी जूठी प्याली में ,खुद को जाम पिलाया जाय।
बहुत उलझन सी होती है मुझे जब भी कोई और देखे उन्हें,
कुछ गीले शिकवे हों अगर,सब मुस्कराहटों में बताया जाय।
दिल करता है जी भर के देखूँ उन्हें छुपकर किसी कोने से,
सामने जो आएं तो ,झुकी नज़र से बेइंतहा सरमाया जाय।
कैसे खोलें हम दिल के राज उन्हें खोने का डर सा लगता है,
हिम्मत दे ऐ खुदा मुझे ,बगैर कुछ बोले प्यार जताया जाय।-
बहाना ढूंढ ही लेता हूं
सबसे आगे आके कुछ करने का,
कितना शौक़ है ना मुझे
सुर्ख़ियों में रहने का,
मिले हैं जख़्म इस क़दर
पर जरूरत नहीं है मुझे दिखाने का,
कितनी हिम्मत है ना मुझमें
दर्द है दिल में पर आदत है मुझे मुस्कुराने का,
मौके खुद ढूंढ़ लूंगा
हुनर है मुझमें नज़रों में आने का,
बुलन्दियाँ मुझे खु़द तलाश लेंगी
प्रयास है मेरा चांद तारों को छू लेने का,
चलना अंधेरों में पड़ा है
इंतेज़ार नहीं करना मुझे सवेरा होने का,
करिश्मा हो ना हो, जूनूं तो है
किसी पहाड़ से भी दरिया निकाल पाने का,
थोड़ा बहुत लिख ही लेता हूं
आदत है लिख के अपना दिल बहलाने का,
कितना हुनर है ना मुझमें
अपने लफ्ज़ों से जादू चलाने का...-