ये जो रात गुजरीं,उसमें मैं सोई नहीं,
दर्द बहुत था सीने में, पर मैं रोई नहीं।।-
14 JAN 2021 AT 5:02
27 MAR 2020 AT 0:11
बन्द हैं जो पिंजरों में
तो ये एहसास हो रहा है.....
क्या बीती होगी उन
बेज़ुबानो पर कभी...😢-
18 JUL 2019 AT 15:12
शायरी लिखना नही आता हमको
हम तो बस जो दिल में होता है
उसी को लिख देते हैं..⌨️-
16 AUG 2020 AT 7:25
फ़िक्र करते रहना, ये तेरी जिम्मेदारी है,क्यूंकि
दिल के इस दर्द मे हमने अकेले रातें गुजारी है
❤️-
24 JAN 2020 AT 17:13
इक उम्र गुजरी मेरी तो ये समझ आया की
जनाब बहुत अच्छा होना भी गुनाह होता है-
11 DEC 2019 AT 22:37
इक तेरी वजह से अब तक नशे में है हम
इक उम्र गुजारी थी कभी जो होश में रहकर-