अपनों! से ! रूबरू ! हों गई!
गैरो! से मुलाकात! बाकी! हैं!
किसी का ! साथ हो ! या ! ना हों!
मेरे ! लिऐ! आप! काफ़ी! हों!❤️-
మౌనమృదంగమునై, శాంతతరంగమునై నేనున్నపుడు..
నను కదిలించిరి, నను మెదిలించిరి
నా ఆశయాలను చించిరి చించిరి
నా సహనమంత ఆవిరైనది
ఆవిరై అదృశ్యమైనది
అదృశ్యమంతా ఒక దృశ్యమైనది
ఆ దృశ్యమే ఆవేశమైనది
ఆవేశమే యమపాశమైనది
నా నాలిక పలికిననాడు
ప్రభువులనువారు పాతాలానికేగెదరు
అధికారమేలువారు అణగారిపోయేదరు
భద్రకాళిక రౌద్రనాలిక రీతి
నా జిహ్వ పలికేను జగమెరుగు నీతి.-
Kyyoo ? Na
Azzadi gr k hi
sdyasho ko
Bhi dekr ,
fir se shuru ki jaye???
To hr gr fir se Jud kr
ek puri duniya bn jaye..-
Zindegi me aaj tak koi aisi ladki dekhi hi nahi,
Jise dekh ke ye dil bole bhai yahi he wo jo tumhe kuch bana sakat hai,
Jo bas tumhare liye bani hai....
Jise dekh ke ham sab bhul jaye,
Bas hame to uski intezar hai....
Kab aayegi wo hasina,
Jise dekh ke bechara dil banjaye kamina....-
मोहब्बत तुझसे है मेरी तुझी से रहेगी उम्रभर
शिकायत इतनी सी है तुमसे मेरी
कि तुम्हें कोई शिकायत भी नहीं हमसे
इस शिकायत की भी बड़ी शिकायत
रहेगी हमें ---------------------
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उसे काला रंग पसन्द है
काश हम कोई काली रात होते
जागता वो रातभर और उसकी आंखों में
हम सो जाते
गर उसे भी हमसे मोहब्बत होती
तो कुछ यूँ होता
भीगता वो बारिश में और गीले हम हो जाते
मोहब्बत की गली में दोनों ढूंढते एकदूसरे को
और फिर दोनों ही गुम हो जाते
गर उसे भी हमसे मोहब्बत होती
तो कुछ यूँ होता
गर मोहब्बत कोई गुनाह है तो फिर यूँ होता
हमारे तड़प की सजा वो उसकी बैचेनी का
इल्ज़ाम हम हो जाते-----------------
उसने कहा कि----
हमनें अपना पता गलत लिख दिया है
अपने पते में उसका नाम व उसका
शहर लिख दिया है------
हमनें कहा हमारा पता सही हो जाता
गर तुम भी अपना पता गलत लिख आते--------