जब ना हुआ मुकम्मल प्रेम राधा कृष्ण का तो हम किस बात पर यहां झगड़ने बैठे हैं जो ईश्वर होकर समझा गए प्रेम की परिभाषा तो हम उनके जैसा बनने से फिर क्यूं डरते हैं
साईं नाथ हम सब हैं अनजान, हम सब में भर दो इतना ज्ञान... मिलजुल कर हम रहना सीखें, सबको अपना कहना सीखें... भेदभाव को भूल भुलाकर, सभी धर्मों के लोगों का करे दिल से सम्मान, सभी धर्म- ग्रंथ मानवता का पाठ पढ़ाते हैं, यह नहीं समझ सका अब तक इंसान।
भ- भूमि G- Generator ग- गगन O- Organiser व- वायु D- Destroyer आ- आकाश न- नीर सत्यं शिवं सुन्दरम् सत्य ही शिव है शिव ही सुन्दर है। इस मिट्टी से जन्मे मिट्टी में मिल जाना है, सत्य की राह पर चलकर यह जीवन बिताना है, भगवान एक है यह सब को बताना है।
The rewards of a beautiful spirit surpass physical beauty because inner beauty doesn't require acceptance from society, but self-assurance that you are His creation. Therefore, you ought to possess inner beauty.