आजकल ये दिल,
खोया-खोया सा रहने लगा है_!!
तुमसे जुड़ीं बातों को,
राज बनाकर अपने ही अंदर छुपाने लगा है_!!
मेरे हजार दफा पूछने पर भी,
अब चुप रहने लगा है_!!
भीड़ में मायूस,
तो अकेले में कुछ सोचकर हँसने लगा है_!!
सुनता तो अब, मेरी भी नहीं है
सुनता, तो अब मेरी भी नहीं है
मेरे कुछ भी कहने पर,
अनजान बनने लगा है_!!
मेरे हजार दफा पूछने पर भी,
अब चुप रहने लगा है_!!
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