मन का पता , प्रेम के समीर से लहराया है ,
मेरे सपनों में आज ,मेरा शहजादा आया है ।
मंद - मंद हवा चली, शीतल रागनी छाई है ,
खुशबू महकी हवाओं में, मन ही मन मुस्काया है।
चारों तरफ बिखरी चांदनी, सितारे चमचमाते हैं ,
दिल में ख्वाबों को कशमकश ,प्रेम में चमकाया है।
खुली मन की खिड़की ,खामोश दीवारें बोली हैं ,
मग्न हुए लम्हें ,शांत मदन मन गुनगुनाया है ।
ओझल हुए नजारें ,चेहरा उसका दरबदर आया है ,
धुन मधुर ,चारों ओर आकाश में आवरण छाया है ।
प्रकाशित रात ,अधूरे चांद ने दिलकश दिखाया है ,
दरिया-ऐ-इश्क़ झलका , जिंदगी महकाने आया है।
सपनें सारे दिलकश लागें, कोई जिंदगी में आया है,
मेरे सपनों में आज मेरा शहजादा आया है ।
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