vishal tripathi   (Ritik Pandit)
1.3k Followers · 363 Following

@DSCE__Bengaluru..
Joined 7 May 2020


@DSCE__Bengaluru..
Joined 7 May 2020
29 JUL 2023 AT 23:41

कर्ण एक अद्भुद चरित्र..

जिसने क्षत्रिय कुल में जन्म लिया,
उसे सूत पुत्र का नाम मिला,
जो था हकदार सिंहासन का ।
उसको कांटो का मुकुट मिला,
जिस माता ने था जन्म दिया,
उसने गंगा में छोड़ दिया।
जो बचपन पलना था महलों मे,
वो संघर्षो में बीत गया,
पर नियत क्या है नियति की।
कब कौन उसे है जान सका,
बस श्रेष्ठ धर्म हित कर्मो से,
मानव कष्टों को पार सका।
तो उसने सारे सद्धर्म किये,
सारे उसने सत्कर्म किये,
वो धर्मज्ञ धीर वो दानवीर,
वो वीरो में था महावीर,
वो परम मित्र वो था विचित्र।
वो परम दयालु सूर्य पुत्र,
वो त्यागशील वो वचन सिद्ध,
अहा वो था अधभुद चरित्र।


-


9 JUN 2020 AT 18:16

क्या हुनर है आप में,
यूं हाथ थाम के दिल को तोड़ जाने का,
हो जाएंगी हकीकत से रूबरू आप भी,
इंतजार है मुझको आपके दिल के टूट जाने का।।

- Ritik pandit

-


6 JUN 2020 AT 18:33

उसको भूलने के चक्कर में उसके और पास आ गया,
मौत मांगी थी उस रब से पर उसने तो मुझे जिंदा लाश बना दिया ।।
- Ritik Pandit

-


4 JUN 2020 AT 10:04

प्यार करके वो हमसे मुकरने लगे,
याद करके उनको‌ हम भी मरने लगे,
जिस नफरत से उन्होंने देखा हमें,
बरसते मौसम में हम यूंही जलने लगे ।।

- Ritik pandit

-


3 JUN 2020 AT 17:26

लगता है किसी ने नफरत से पुकारा है ।
अरे नहीं नहीं जनाब जिसको आप नफरत बोल रहे हैं,
वो तो मोहब्बत का इशारा है।।

- Ritik Pandit

-


2 JUN 2020 AT 8:28

अरे क्या हुआ दिल टूट गया है ।
अरे नहीं नहीं जनाब ये टूटा तो पहले ही था,
अब गिर कर बिखर गया है ।।

- Ritik Pandit

-


1 JUN 2020 AT 9:39

ये दुनिया बदल रही है,
तुम जिंदगी जीने का सलीका बदल डालो,
अब तो मोहब्बत भी बिकाऊ हो गई है, इसलिए दोस्तों मोहब्बत करने का तरीका बदल डालो

- Ritik Pandit

-


31 MAY 2020 AT 12:32

क्या हुआ मोहब्बत में धोखा मिला है।
अरे नहीं नहीं जनाब खुद को बदलने का एक मौका
मिला है।।

- Ritik Pandit

-


30 MAY 2020 AT 14:02

अरे क्या कहा मोहब्बत समय की बरबादी है,
अरे नही नही जनाब ये तो दो कैद लोगों की आजादी है।।

- Ritik Pandit

-


28 MAY 2020 AT 16:34

इस दिल को अब कुछ याद नहीं,इस दिल का नही दिलदार कोई।
देखे थे संग उसके ख्वाब कई, हैं याद नहीं वो ख्वाब कोई।
पर जब भी कलम उठाता हूं, कुछ लिखने को अब बात कोई।
ये कलम ना कुछ लिख पाती है, दिखती है कागज पर तस्वीर कोई।
तब हैरानी सी होती है, ये दिल कुछ समझ न पाता है।
मिट जाए अब तस्वीर भी वो, बस कागज को फाड़े जाता है।
ये खता है मोहब्बत करने की, अब हो गई खता कोई बात नहीं।।

- Ritik Pandit

-


Fetching vishal tripathi Quotes