बुरा मेरा शहर नही
बुरे शायद यहाँ के कुछ लोग हैं
बुरी यहाँ की गलियां नही
बुरे शायद किनारे खड़े कुछ मदहोश है
अच्छा- बुरा सब अपनाता है
बस यही इसका दोष है
फिर भी
बुरा मेरा शहर नही
बुरे शायद यहाँ के कुछ लोग है।
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17 MAR 2020 AT 23:12
23 NOV 2019 AT 23:45
ना जाने क्यों अनजान सी थी अब ख़ास है,
अगला स्टेशन Hauz khas है।-
26 NOV 2019 AT 20:55
खाना स्वादिष्ट बनाना है तो अच्छी तरह से पकाएं
कृपया मेट्रो में संगीत ना चलाएं ।-
22 NOV 2020 AT 14:55
Mask noi pehna..😷
to ghal pl hi lehna..🏠
Kunki muhh dikhayi ab..🙈
2000 rupee ho gyi hai..💰-
3 SEP 2018 AT 21:23
खुद को इतना अकेला पाती हूँ
मुश्किलों से हर वक्त टकराती हूँ
मन को काशी बनाने की कोशिश में
अक्सर दिल्ली बना जाती हूँ।
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7 NOV 2019 AT 22:52
दिल्ली से कितनी मोहोब्बत है मुझे
ये NCR से निकलकर
NRI बनके जाना मैंने-
11 APR 2020 AT 14:17
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती,
और हम दिल्ली वाले शायर है भाई-जी -
इश्क़ भी करते है और इश्क़ जैसी कोई बात भी नहीं होती।-
21 JUL 2020 AT 9:46
Jo takleef hum sab ko
bayan karte ho
Aye insaan....
Kabhi Allah se kehkar to dekho-
15 MAY 2017 AT 19:52
"कम ही मिलते हैं देखने को क्षितिज के ऐसे खूबसूरत रंग
क्योँकि दिल वालों की दिल्ली प्रदूषण से है बदरंग"
😢😢😢😢-