वक़्त की क्या ही बात करूं?
रिश्तों से बड़े अब,
यहां व्यापार हो गए।
कुछ दिन दूर क्या रहा?
ऐ "वाईक्यू" तुझसे,
चाहने वाले भी दरकिनार हो गए।-
Baat nhi hoti usse aaj kal
Magar dost wo aaj bhi mera sabse khaas hai-
गुम हो गया था भीड़ में
भुल गया था अपने आप को
तुम्हारे-मेरे साथ को
वादों के अलफ़ाज़ को
दिल में तुम्हारे जज्बात को
माफ करो मेरी नादानी को
जो मैंने की उस मनमानी को
आखिर में ईक बात कहूँगा
दो तुम मेरा साथ
मैं सारी जिंदगी तुम्हारे पास रहुँगा ||-
बहुत कुछ है बताने को ऐ मेरे हमदम,
तुम अब इस शहर में आते ही नहीं हो.
जब बारिशें पानी बरसाती है,
तुम बिजलियाॅं गिराते ही नहीं हो.
अब नहीं छाती काली घटाएं यहां पर,
तुम छत पर बाल सुखाते ही नहीं हो.
एक जमाने से शहर अमावस की तरह पड़ा है,
बहुत चिठ्ठियां लिखीं तुम्हें पर तुम आते नहीं हो.
पता है मैं कॉलेज में जाने लगा हूं,
ना चाहते हुए भी दोस्त बनाने लगा हूं.
पर सबके साथ में होकर भी अकेला हो जाता हूं,
जब भी तेरा जिक्र आता है तो तेरे ख्याल में खो जाता हूं.
मैंने दोस्तों को बताया तो बहुत कुछ है तुम्हारे बारे में,
मिलने की जिद करते हैं तो बहाने बना दिया करता हूं.
💔💔💔Come Back My Love 💔💔💔-
I hear the music of my own heart
I dance to every beat of it
And restart
(Full poem in caption)
- Ayushi verma
-
It was not necessarily put u into the best position
to take the best decesion-
Alvida 2020 Good Bye...
जनवरी आते ही लोगों को
नई सपनें दिखाती हैं कुछ
कर दिखाने कि और फिर,
ये दिसंबर आकर अपनी
औकात दिखा जाती हैं...
♥️🖤♥️-