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Pen down your scribbling as
Ingenious as your nursery rhymes.
Oftentimes, your childhood
Pictures the most exquisite scripts,
That’s juvenile and adorable.-
You can never trust the waves.
You never know if they are coming to hug
you or grab you. Either way, you keep
changing your footprints; lest, the sand
soaked in the company of waves will
swallow you. And that's why they say,
"Love all, trust none!?"-
'Ujjain' की 'Surat' देखकर
मैं तो 'Indore' रहने लगा हूँ
'Chennai' है मुझको
उससे 'Patna-Patna' कहने लगा हूँ
- साकेत गर्ग-
मैं जंगल से होकर जाता हूं,
मैं अपना दिमाग खो देता हूं
मैं अपनी आत्मा को ढूंढता हूं।...
..-
मैं चेन्नई में तमिल शब्दों में
शामिल हो गया सभी भाषाओं से
एक फूल बनाया
अंग्रेजी शब्दों से बांधकर
मैंने अपना प्यार दिखाया।....
..-
I don't have a home here.
But I have a slanting roof with a view
that always has a place for me
when I feel lost.-
அறிமுகப்படுத்த அவசியமில்லாத
அக்கறைப்பூவாசனையில்
தடுக்கி விழுந்த இடங்களெல்லாம்
சென்னையின் சுவாசங்களே...
ஆம் இன்று சென்னை தினம்..💙
வந்தாரை வாழவைக்கும்
சென்னையின் சுவாசங்களை
வாசகங்களில் வாசித்தும்
கொஞ்சம் வசித்தும் பார்ப்போமா..
👇👇👇-
वैसे तो कई दीवाने होंगे इस शहर के जनाब
पर हमारी पहली मुलाकात भी कोई आम नहीं
में अपना सारा सामान लिए इंटरव्यू को आया था
जैसे बेरोजगार को 'सफर' के अलावा कोई काम नहीं
नौकरी तो पक्की हो गयी थी पर ठिकाने की तलाश थी
अटपटे से लिख रखे थे हर मुकाम जेसे कोई नाम ही नहीं
थक गया था सामान और ट्रैफिक में ले ओवर पार करते करते
पर साथ में एक एहसास था जिसका कोई मोल कोई दाम नहीं
हा यही वो शाम थी जब लगा
यह शहर मुझे भा गया है...
धुप गर्मी और आग यह मुहावरे भले ही ट्रेंडिंग है
पर शुकुन मिला है यहाँ चाय में डूबती हर शाम में
बारिश, बाढ़ और आंधी से डट के लड़े हर गुजरे साल
गिरते सँभलते फिर खड़े होने के जज्बे है यहाँकी आवाम में
जलीकाटू का हक़ छीन ही रहे थे की 'अम्मा' को खोया
पर कभी हार नहीं मानी इस नन्ही सी जान ने
हा यही वो दिन थे जब लगा
यह शहर मुझे भा गया है...
अन्ना, ताम्बी, मचा ये रिश्ते ही नहीं एहसास भी है
वरना कौन पूछता है आज, की ये अन्जान कौन है?
रात को निकल पड़ता था सुमडी में जब बैंग्लोर से मिलने को
सुबह जबभी लौटा हूँ तो हैरान सही पर खफा नही की "वो" कौन है?
हा यही वो सुबह थी जब लगा
यह शहर मुझे भा गया है...
[ Translation included in Caption ]-
Weekend with Dosa
Standup Comedy
First performed at YourQuote Open Mic Chennai 2.0
July 23rd 2017-