वो जो तेरे संग कभी चाय में चासनी सी हो गई थी
आज-कल वो जिन्दगी खुरदुरी सी रहती है तेरे बिन-
1 FEB 2020 AT 18:56
25 JAN 2021 AT 23:40
Kuch sikatayen bani rahe to behtar hai......chasni me dube rishte wafadar ni hote
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13 SEP 2019 AT 16:23
ग़मो की चाशनी से
छन के आया हूँ,
इसलिए ज़िन्दगी के प्याले में तज़ुर्बे के साथ
एक मीठी चाय सा मैं बन के आया हूँ ।-
12 MAY 2019 AT 0:19
Kuch shikayat bani rhe to
Behtar hai,
Kyunki chasni me doobe riste
Wafadaar ni hua krte...
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18 JUL 2021 AT 14:46
हम चाशनी-सा "मीठे" नहीं है,तुम्हारे साथ
क्यूँ कि जरूरत नहीं,"जरूरी "हो तुम।
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15 NOV 2020 AT 10:33
घुलकर तेरे इश्क़ में हम उस चाशनी से मीठे बन गए हैं अब,
सहेद भी लग रहा फिका हमें जबसे तुज़से जुड़ गए हैं हम!!!💙
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24 AUG 2019 AT 0:03
तुझे हर तरह से जीत के काबिल बनाऊंगी,
तेरे जिने की आस और
जिंदगी के बदलाव का पैग़ाम बनूंगी।
तेरे हर अंधेरे रास्ते पर चांदनी बनके,
उजालेका किनारा बनूंगी।
तेरे हर कड़वे वक्त को बदलने के लिए,
तेरी मिठी मिठी छासनी बनूंगी।-