ना वो रात चाँदनी रहीं.,
ना वो दिन चांदणा रहा....,
ना वो हूस्न -ए- झालिमा रहीं.,
ना वो इश्क -ए- रांझणा रहा....,-
गरमी, धूप, तपिश अमीरों के लिए होती है
चाँदनी रात में ग़रीबी चादर ओढ़ के सोती है
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ये बारिश भी अबके कम हुई है
पर जाने क्यों ये मेरी आँखे नम हुई है l
संभल के चला था हर मोड़ पे मैं
भूल क्यों फिर कदम कदम हुई है l
थक चुका है बदन तेज धूप से
ये हवा भी अब के गर्म हुई है l
ज़माना नजरें फेर लेता तो गम न था
पर उसकी निगाहें क्यों खफा हर दम हुई है l
चांदनी रातों को चाहने वाला है फौजी
ये भी अब तो मेरे लिए गम हुई है ll-
Chaandni Raat Aur Tumhara Saath..,
Waada Hai Aaj Khwaabo Me Hogi Tumse Mulaqaat..!-
Chand ki kya khata jo koi usse uska sukoon cheen le,
Aree baadal ki to kya maajal yha to kohra bhi chand ki chandni me dubb jata h.
Kisi ki kya khata jo koi usse uska sukoon cheen le,
Aree baadal ki to kya maajal yha to kohra bhi chand ki chandni ke nashe me dubb jata h.-
Ye chand tuje pura dekh
woh chandni bhi sharmati hai..
Mere mehboob ki jhalak
Toh bus tuji mei najar aati hai..
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चाँदनी रात के खामोश
तारे को पता है
हमने तो बस की है वफा,
नही की कोई खता है...
तेरा ही अक्स नजर आता है,
मुझे हर जगह
तुझको छोड़,
तेरे सारे दोस्तों को पता है...-
"अरे जा"
एक नाजुक सा झोका था,
मैं भी बहा चला गया था।
एक रात की चांदनी रात भी आई थी,
बखूबी हुस्न और दिल दोनो ही चमका गई थी।
अरसे बाद, अंधकार में ग्रहण धरती पर दिखी थी,
क्योंकि वह सतरंगी रूप दिखाने लगी थी।
ना कोई शिकायत, ना ही कोई रंज,
फिर भी शुरू थी निहत्थो की जंग।
आज भी पछता लेता हूं और झोके मे ममता का आंचल थाम लेता हूँ,
अफसोस, लेकिन ये बेहतरीन तोहफा था खारे पानी का।
अब कोई फिक्र नहीं।🙏
जा, अब छोड़ दिया रात 3 बजे तक ऑनलाइन रहना।😡
जा, अब छोड़ दिया तेरा नंबर याद रखना।😡
जा, अब छोड़ दिया तेरी तारीफ करना।😡
जा, अब छोड़ दिया मैने तेरे ख्यालात बुनना।😡
जा, अब छोड़ दिया तुझे महसूस करना।😡
जा, अब भूल गया मै तुझे समझना।😡
हाँ, अब सीख गया हूँ रेस्टोरेन्ट मे अकेले जाना,
और जिंदगी नए सिरे से शुरू करना।
तेरे लिए ही लिखना शुरू किया था,
जा, आज तेरी याद में तेरे लिए लिखना भी छोड़ दिया।😡
अरे जा!!😡😡-
Chand ko shayad kuch kehna hoga..
Tbhi baadalo ne ise ghera hoga... ✍😇-
Har safar maene taumar tanha kiya hai,
Puri rat maene zugnu ban kar,
Khud ko chand se judda kiya hai,
Sitaro ki jalan to lajmi hai dosto,
Kyuki maene uske premi se usko judda kiya hai....-