अरसे कई गुजर गये,
आ बैठ कहीं कुछ बात करें
दिल के तहखानों में दबी पड़ीं,
उन यादों को फिर बाहर करें
कुछ तुम बोलो,कुछ हम बोलें
ऐसे बातें दो-चार करें
ये तो समय का पहिया है,
जो यूं ही चलता जाता है
बस एक आखिरी बार ये मन,
बस तुझे देखना चाहता है...-
और अपने किरदार को हर कोई अपने अंदाज से करना चाहता है ❤... read more
★ तेरी तलाश ★
तेरा मेरे साथ न जाने,
जुड़ा कैसा एहसास है
सारा सावन गुजरा गया,
फिर भी मन बंजर और उदास है
मिलने को तो मिले बहुत,
जाकर तेरे बाद हमें
फिर भी न जाने इस दिल को,
क्यों रहती तेरी तलाश है...-
One should ask for something only where it is expected to meet, and where there is no hope already, it is only to insult oneself
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आके हमारी महफिल में
कुछ ऐसे खो जाओगे
जाना चाहो भी अगर
मगर जा न पाओगे
होंगी बस दिल की बातें
पर दिल पे जोर न होगा
होगी दिलों में हलचल
मगर कोई शोर न होगा
जहन में कुछ ऐसी ही
हसीं यादें ले जाओगे
भीड़ में भी एक कमी
बस हमारी ही पाओगे-
मुकाम कोई बड़ा नहीं होता
बस इरादा छोटा न हो
मंजिल भी खुद ही पास आयेगी तुम्हारे
ग़र दिल में जज्बा और हौंसला जो ऊँचा हो-
होगा उसे भी तुमपे ऐतबार एक दिन
देर से ही सही पर होगा प्यार एक दिन
वो दौड़ते हुए मिलने आयेंगे तुमसे
न कर पाओगे उनको इंकार उस दिन-
वो बीते दिन की बातें
जो बैठ शाम को होती थीं
वो हसीन मुलाकातें
हाल तुम्हारा जो भी हो
पर इतना मुझे पता है
अब न बिना तुम्हारे कटते दिन
और न कटती हैं मेरी रातें-
याद आता रहा मुझे वो हसीं चेहरा तेरा
अब तो मेरे दिल पे हो गया है पहरा तेरा
बनके रहूंगा तेरा साया मैं हर दम,बस
बन जा तू मेरी हीर और मैं रांझा तेरा-
थी कुछ मजबूरी मेरी,जो मैं सुनता रहा
कुछ ख्व़ाब थे दिल में मेरे,जिन्हें मैं बुनता रहा
वक्त ने ही दिया ज़बाव उनको,जो कल हँसते थे मुझपे
मैं भी अडिग था राह पे अपनी,गिरा संभला मगर चलता रहा-
आना जाना लगा रहेगा,
अब तो तेरे ख़यालों में
जैसे भँवरा मडराता है,
सुंदर फूलों के बागों में
वो बातें तुझे जगायेंगीं,
जो हुयीं थी बीती सालों में
अब मदिरा में भी वो नशा नहीं,
जो था तेरी नज़र के प्यालों में-