अजब ये है कि मोहब्बत नहीं की अब तक ,
गजब ये है कि शायरी का हुनर रखता हूँ..!!-
तुमसे कहने से डरती हूँ
तुम्हारे साथ होकर भी तुमसे दूर ही रहती हूँ |
चेहरे पर मुस्कान
तो अंदर टूटा हुआ दिल लेकर चलती हूँ |
तुम्हें पता भी हैं
कि मैं रोज़ कितनी मरती हूँ |-
ख़्वाहिश नहीं मुझें तुम्हारी कहलाने की मै तो तुम्हें चाह कर भी खुश हूँ
मेरी चाहत ही काफ़ी है मेरे लिए मै तो तुम्हें पायें बिना भी खुश हूँ-
"" Woh kehta hai _'Woh' meri pehli mohbbat hai..
Aur pehli mohbbat bhulayi nahi jati..,
Arey meri jaan..,
'Agar tumhe usse itni hi 'mohabbat hoti,
Toh 'Pal bhar ki hi sahi,
tumhe kisi aur ki chahat na hoti..!!-
लगती ठोकर हमको थी
वो गिर जाते थे
कहाँ गए वो यार अपने
जो बेवक्त वेवजह
और बेहिसाब हंसाते थे-
प्यार तो हमे भी हुआ है, एक पहाड़ीन से,
दिल लगा बैठे है, एक तिवारीन से,
देखा उन्हे जब पहली बार, दिल गया मै उनपे हार,
हर वक़्त हर पल, उनके यादो में खोये रहते थे,
बाते करना चाहे पर, कुछ कहने से डरते थे,
हम आज भी बेहद, प्यार करते है उस पुजारीन से,
दिल लगा बैढ़े है, एक तिवारीन से,
भोली सूरत गोरा मुखड़ा, जैसे लगे चाँद का टुकड़ा,
नैन नशीला ओठ मधुशाला, जैसे लगे जाम का प्याला,
मुलाकात तो अक्सर हुआ, पर कभी बात ना हुई,
आपकी याद ना आये, ऐसा कोई दिन-रात ना हुई,
कैसे बताये दिल का हाल, उस बंजारीन से,
दिल लगा बैढ़े है, एक तिवारीन से।-
चाहत से अब,
चाहत ना मिले |
दर्द में न मिले,
अब दिल की दवा |
ख़्वाहिश करो तो,
अरमाँ ना मिले |
जो इश्क़ गर कर गये,
तो मिले बस दिल को सजा |-
बड़ी अजीब है ये मेरी खयाली दुनिया, 💕
ख्वाबों का सफर खत्म नहीं होता, 💕
और कुछ पाने की चाहत कभी कम नहीं होती.💕-