आजा चंदनियाँ तू आँखों में बस जा,
बिटिया जो चाहे, तू वैसा ही कर जा...
सुंदर सलोनी सी गुड़िया हमारी,
मेरे तो जीवन की पु़ंजिया है सारी,
इसके बचपन में देखूँगी ख़ुद को,
नन्हीं सी नटखट सी चिड़िया है प्यारी,
चहके ये, महके ये, जादू सा कर जा...
आजा चंदनियाँ तू आँखों में बस जा,
बिटिया जो चाहे, तू वैसा ही कर जा...
फूलों में खेले, तू कलियों में खेले,
मेरे, तू जीवन की गलियों में खेले,
ख़ुशियां ये सारी ही तुझपे लुटा दूँ,
हम तेरे ग़म सारे, हँस के यूं ले ले,
मन्नत जो माँगे, वो पूरी तू कर जा...
आजा चंदनियाँ तू आँखों में बस जा,
बिटिया जो चाहे, तू वैसा ही कर जा...-
कहने को तो पापा की बहन होती है ...
पर हमारी बुआ मां होती है ...
होता है इनसे अनोखा रिश्ता हमारा ...
क्योंकि बुआ हम भतीजो की जान होती है ...-
क्या हुआ अगर आप हमें छोड़कर चले गए
पर आप हमारे दिल में तो आज भी हो ,
क्या हुआ अगर आपको हमारी याद ना आयी
हमें तो एक एक दिन आपकी याद आयी,
क्या हुआ अगर आप हमें आप बिन बताए चले गए
हम तो आपके आने की राह देखते देखते थक गए ,
क्या हुआ अगर आप हमें मिलने नहीं आए
हम तो आपको याद कर रहे थे ,
क्या हुआ अगर आपने हमसे बात नहीं की
हम तो आपसे बात करने को तरस गए थे ,
क्या हुआ अगर आपने हमें जवाब नहीं दिया
हम तो आपकी आवाज़ सुन रहे थे ।-
कभी ना भुला पायुं आपको
ना ही आपकी बातों को
हर दिन याद आए आपकी
कभी तो रोना भी है आ जाता
हर दिन निगाहें तरसती हैं मेरी
आपकी मीठी सी मुस्कान के लिए
आपकी प्यारी सी आवाज़
सुनने का करता है मन
पर चाहकर भी ना सुन पाऊं
पता नहीं ये कुदरत का
फ़ैसला है कैसा
हर लम्हा हर वक्त
बस आपकी ही याद आए
अब तो ये दर्द छुपाना भी मुश्किल है
अब तो ये दर्द छुपाना भी मुश्किल है ।-
बुआ
माँ की तरह प्यार करती है बुआ...
बिन बोले ख्वाहिशें पूरी करती है बुआ...
सबकी खुशियों का ख़्याल रखती है बुआ...
दो परिवारों को जोड़कर रखती है बुआ...
माँ के बाद कोई है तो वो है बुआ...
अपने मायके की जान होती है बुआ...
हमेशा खुशियाँ लेकर आती है बुआ...
मेरी सबसे अच्छी सहेली है मेरी बुआ !
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ना आंसुओं से छलकते हैं
ना कागज़ पर उतरते हैं
दर्द कुछ होते हैं ऐसे जो बस
अंदर ही अंदर पलते हैं....... !!-
बनके बुआ की परछाई,
तू मायके के आँगन आई,
उस आँगन को महकाती,
बुआ को बचपन की याद दिलाती,
पोती में दादी को दिखती बेटी,
इसलिए हर जिद उसकी पूरी कर देती,
मायके में तू बुआ की पहचान है,
लाडो तुझमे बसती बुआ की जान है।
बुआ की जान भतीजी,,,,-