जिसने अपनी गलतियों को मानना नहीं सीखा,
वो इंसान जिंदगी में कुछ नहीं सीख सकता ।-
Teacher by pr... read more
प्यार की सही परिभाषा तो नहीं पता,
मगर मेरे लिए...
वो तुमसे शुरू होकर तुमपे ही खत्म हो जाती है । ♥️-
तू साथ है तो हर दर्द सह ले हम...
बस इक तेरी बेरुखी हमसे सही नहीं जाती !-
परेशानियों से डर नहीं लगता अब...
कि एक तेरे साथ से हर मुश्किल आसान हो जाती है ! ♥️-
यूँ तो तोहफ़े कई दिए तुमने...
पर उनमें तुम्हारी दी हुई 'चिट्ठी' सबसे ख़ास है ! ❤️-
हमेशा थोड़ी खोई-खोई सी रहती हूँ...
ख़ुद को ख़ुद में ही ढूँढा करती हूँ !
हाँ ख़ुद से मिलने का समय नहीं मिलता...
फ़िर भी इसी क़ोशिश में लगी रहती हूँ !
अपनी मर्ज़ी से रहना कभी आया नहीं...
अपनी शर्तों पर जीना कभी सीखा नहीं !
सबका मन रखते-रखते...
अपनी ख़्वाहिशें दबा दिया करती हूँ !
सबकी ज़रूरतें पूरी करते-करते...
अक़्सर थक जाया करती हूँ !
हाँ थोड़ी मुश्क़िल होती है...
पर सब संभाल लिया करती हूँ !
इक दिन तो मिलूँगी मैं ख़ुद से...
बस यही उम्मीद किया करती हूँ !-
नाराज़ हो जाऊँ ग़र कभी मैं...
तो प्यार से मुझे मना लेना !
ग़लती पर सबके सामने डाँटने की बजाय...
अकेले में समझा देना...
मेरे परिवार को भी...
अपने परिवार की तरह प्यार देना !
ज़िम्मेदारियाँ हम मिलकर संभाल लेंगे...
बस जब मैं कमज़ोर पड़ जाऊँ...
तो मुझे आप संभाल लेना !
परेशानियाँ चाहे जितनी भी आये...
मेरा हाथ हमेशा थामे रहना !
एक दूसरे का सहारा बनना है हमें...
ये बात हमेशा याद रखना !-
हर वक़्त ख़्यालों में...
आजकल रहता है कोई !
अब इंतज़ार है तो बस...
उस ख़्याल से रूबरू होने का !-
जब 'साथ' देने वाले ही 'ताने' देने लग जाये...
तब इंसान उम्मीद करे भी तो किस से?-
इश्क़ को लोग यूँ ही बदनाम किया करते हैं...
किसी की आदत लगना भी...
'नशे' से कम नहीं !-