Kai logo ko raaj gaddi raaz nahi aati
Unhe talwe chatne ki adat jo hai bhati ..-
ऐ मां तेरी वो पायल की झनक
मुझे बहुत भाती है,
जब मैं थक हार कर वापस घर आऊ
और तेरे पायल की झनक मुझे ना सुनाई दे
तो मैं बहुत बैचेन हो जाता हूं,
घर आकर अगर मैं तुझे ना देखूं
तो मैं परेशान हो जाता हूं...-
मोहतरमा की शख्सियत का क्या कहना ..
मुझे देख कर नजरें झुकाती है वो ..
यह अदा किस लिए दिखाती है वो ..
अपनी निगाहों से पास बुलाती है वो..
और पास आऊ तो इतराती है वो ..
उनकी ये अदाकारी देख
पता भी नही मुझे कितना भाती है वो ।-
वो हिचकियां भी दिल को बड़ी भाती है
जो सिर्फ तेरा नाम लेते ही रुक जाती है-
मुट्ठी में रेत कभी बंद नहीं होती,,,
एक बूंद कभी समंद नहीं होती,,
जलना पड़ता है इश्क की आग में चुपचाप ,,
यूं ही मुहब्बत कभी प्रचंड नहीं होती।।-
बिना लक्ष्य के जीवन, हमें उस ओर ले जाता है, जहां केवल दुख होता। सुख को पाने के लिए तो जीवन में सकारात्मक लक्ष्यों का समावेश होना ही चाहिए। लक्ष्यविहीन जीवन पूरी तरह से दिशाहीन होता है। दिशाहीन जीवन का कोई अर्थ नहीं होता।
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Roj ek naye takleef roj ek naya gum,
Ankhon ko intzar ki bhatti pe rakh diya,
Aaur diyee ko andhi ki marzi pe rakh diya.-