किसी गली से गुजर रहा था एक झोपड़ के पास मेरे कदम बस ठिठक गए दीवार झुकी टूटी हुयी थी ऊपर छत भी नहीं थी घर अँधेरे में था डूबा बाबा ने ताड़ी पी रखी थी भूखे बच्चे बिलख रहे थे रसोई में रोटी नहीं थी माँ उन्हें फुसला रही थी कह दिन बुरे जाने वाले हैं अच्छे दिन आने वाले हैं
A day, fit for all. Irrespective of cast, class, colour or country. Those who disagree are the first among equals. Any which ways, It's April Fools day.