"किसान"
वजूद बिखरा पड़ा है सड़कों पर,उसे उठाने वाला कोई नहीं मिला
खिलौना बनकर उतरे हैं वो सड़कों पर, खरीदार कोई नहीं मिला
अमीरी मज़े ले रही है ठंड का, यूं बन्द गाड़ियों में बैठकर,
वो रात बिता रहे हैं सड़कों पर,उन्हें कम्बल देने वाला कोई नहीं मिला।
-rajdhar dubey-
तुझे आज मेरी एक और बात पता लगे ।
मुझे समझ तो मेरा दिल-ए-जज्बात पता लगे।
एक काम कर बाज़ार मे कीमत लगा मेरी।।
है क्या तेरे दौलत की भी औक़ात पता लगे।-
अमीरी में तो नए रिश्ते भी उभर जाते है ,
ग़रीबी ही असल में रिश्ते की औकात
बताते है ।-
"अमीर और सत्ताधारी होने का ये मतलब नहीं कि, आपको समाज और आम जनता के सीने में उतरकर खंजर चलाने का अधिकार प्राप्त हो जाए।"
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फकीर ने मांगा भोजन ,
अमीर ने मांगी माया |
कर के भोजन सोया फकीर आराम से ,
माया के चक्कर मे अमीर ने गवा दी
अपनी काया |-
किसी ने पूछा अमीरी और गरीबी में अंतर क्या है?
मैंने कहा-
जहा अमीरी में जमीनों के किस्से होते है,
वहीं गरीबी में रोटियों के हिस्से होते है।-
सुनो ---जिसे जो समझना है समझें मुझे
मेरे पास एक नेक दिल है
मैं सबके लिए अच्छे काम करती हूं और
यही अमीरी है मुझमे
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कैसे मोहब्बत करूँ बहुत गरीब हूँ साहब ,
लोग बिकते हैं ,और मैं खरीद नहीं पाता ।-