पूरे की ख्याहिस में ये इंसान
बहुत कुछ खोता है !
भूल जाता है कि ,
आधा चांद भी खूबसूरत होता है .-
पहली मुलाक़ात में ही भा गया मुझे उसका सादा होना
लाजमी तो था ही उसके निकलते ही पूरे चाँद का आधा होना-
उसे🧒मोहब्बत हो गई है
उसे🧒मोहब्बत हो गई है
वो कहता है वो👩चाँद🌛है
तो मैंने भी कह दिया
वो🌜चांद है तो मैं उजला 💫सितारा ही सही
तु अपने चांद🌛को जमीन पर बुला तो सही
उसे 🤨ध्यान से 🧐निहार तो सही
कहीं उसमें भी🌕चाँद की तरह कोई🌚दाग तो नहीं
और पूछ उससे क्यों वो चाँद🌕
आता है कभी🌙आधा तो कभी ना ही सही ??
-
Us adhe se chaand Ki khusbsurati ka bhi lok dedar karte hai,
Magar is pure Dil ka kya Kasoor Jise log apni shauk k hisab se zalel karte hai ?-
Woh aadha sa chand aur woh adhi se meri kahaani woh doo pal ki jajbaat aur woh baatein puraane
-
मुझे पसंद है बेहद चाँद वो आधा !
होके मुक्कमल भी अपनी हद तक
रह जाता है फिर इश्क़ का
हर अंजाम वो आधा !!..-
Chand ko apne dagg pe najj hai, wo adhura ho ke bhi pura hai,
Chamkta to wo hr waqt hai, bas suraj ki chamak me dhal jata hai,
Adhura wo suraj ke samne hai, warna andheri Kali raaton ka wo ek akela raja hai.....-
उस एक शख्स की चेहरे के सामने सादा लगा
चांद आसमां पर पूरा था, मगर आधा लगा!-
उन्हें भूलने में मैंने एक मुद्दत लगाई है
मुद्दतों बाद आज फिर उनकी याद आयी है
जो आधा चांद उनके पास रह गया था,
क्या अब भी उसमें दिखती मेरी परछाई है
-