प्रेम में विश्लेषण नहीं! विश्वास होना चाहिए!! -
प्रेम में विश्लेषण नहीं! विश्वास होना चाहिए!!
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सबसे ज़्यादा अस्थायी भाव है.. प्रेम में रहकरप्रेम की परिभाषा कावर्णन करना.. तब जब पता हो प्रेम की भाषाशब्द रहित है... -
सबसे ज़्यादा अस्थायी भाव है.. प्रेम में रहकरप्रेम की परिभाषा कावर्णन करना.. तब जब पता हो प्रेम की भाषाशब्द रहित है...
सबकी अपनी अपनी कहानी है -
सबकी अपनी अपनी कहानी है
पता नहीं? मैं हूँ,या उसकी सुनूं...अपनी कविताओं मेंवो मुझे "सुंदर" कहता है.. -
पता नहीं? मैं हूँ,या उसकी सुनूं...अपनी कविताओं मेंवो मुझे "सुंदर" कहता है..
ऋणी है भाषाएँ स्त्रियों की (Caption) -
ऋणी है भाषाएँ स्त्रियों की (Caption)
मुलाकात का रिवाज़ ( caption) -
मुलाकात का रिवाज़ ( caption)
🍁वस्तु और जरुरत ही समझा गया स्त्रियों को हमेशा 🍁शायद इसलिए !🍁🍁स्त्रियों ने भी समझा दिया,कि तुम भी उसकी आत्मा की जरूरत नहीं🍁🙂🍁 -
🍁वस्तु और जरुरत ही समझा गया स्त्रियों को हमेशा 🍁शायद इसलिए !🍁🍁स्त्रियों ने भी समझा दिया,कि तुम भी उसकी आत्मा की जरूरत नहीं🍁🙂🍁
मैंने अपने हर संगीत में तुम्हें साधा है! कृष्ण जहाँ भाव हो तुम, मैंने शब्दों में तुम्हें बांधा है!! -
मैंने अपने हर संगीत में तुम्हें साधा है! कृष्ण जहाँ भाव हो तुम, मैंने शब्दों में तुम्हें बांधा है!!
वास्तव में प्रेम कभी प्रारब्ध को नहीं रोकता, लेकिन प्रारब्ध प्रेम को जरूर रोकता है, कदाचित इसलिए,कि!माया प्रारब्ध को बंधन देती है.. और मुक्ति बंधन से परे है!! -
वास्तव में प्रेम कभी प्रारब्ध को नहीं रोकता, लेकिन प्रारब्ध प्रेम को जरूर रोकता है, कदाचित इसलिए,कि!माया प्रारब्ध को बंधन देती है.. और मुक्ति बंधन से परे है!!