वो लोग जिन्हें घर नसीब नही.. यूँ तड़पते है किसी कुटिया के लिए .. उनका भी तो सोचो..!
आखिर इन सर्द रातों में वो कहाँ जायेंगे.. तुम तो एक रजाई में खुद को ढक लोगे.. पर उनका क्या जिनके पास अपने तन को ढकने के लिए कपड़ा तक नही.. वो लोग जिन्हें घर तक नसीब नही..!
मंदिर में भगवान को चढ़ावा चढ़ायेगे.. लेकिन उन गरीबों को कोई पूछता तक नही.. कितनी खुदगर्ज़ हो गयी है दुनिया.. क्या आपको उन पर दया करना भी नही लगता सही?.. वो लोग जिन्हें घर नसीब नही..!
ए दुनिया वालो! जरा सोचो उनके बारे में.. जो अपने बच्चो को शिक्षा भी नही दे पा रहे.. सिर्फ दो वक़्त की रोटी के लिए यहाँ वहाँ घूम रहे.. उनका मुक्कदर उनके साथ नही.. दया करो उन पर, तुम भी कभी हो सकते हो वही.. वो लोग जिन्हें घर नसीब नही..!
Sacchi Mohabbat mein Kabhi Visaal-e-Raat nhi hoti, Chahe Majnu ho ya Ranjha Mohabbat mein raa-he-aasan nhi hoti, Tabeeb ke pass bhi iss maarz ki dawai nhi Hoti, Gardeesh mein the hmare sitare har Roz sochte h us Roz kaash tumse Mulaqat hi nhi Hoti.
मेरे शब्दों को बुन ले जो, मुझे वो तार ना मिलता..! गर तुम ना होते, तो मुझे श्रृंगार ना मिलता..! खुदा का खेल भी देखो, कितना निराला है..! जो तुम्हे खोकर मिला, वो हमे पाकर भी ना मिलता..!!
वक़्त भी भूल गया उसे, जिसे तू एक वक़्त से याद कर रहा है..! दिल उसने तोड़ दिया था पुर्जों पुर्जों में तेरा, सच्चा आशिक है रे तू, जो आज भी उसकी, सलामती की फ़रियाद कर रहा है..!!
आ गयी हमारे देश में वो महामारी.. जिसका कहर है इस दुनिया में जारी..
कुछ लोग बच गए है इससे.. कुछ लोगों के फसे है इसमे किस्से.. ना जाने अब जीना बचा है किसके हिस्से... अब तो हो गयी सबको अपनी जान प्यारी.. आ गयी हमारे देश में वो महामारी..
यूँ जो प्रकृति के साथ तुमने खेला है खेल.. उसकी सजा मिली है तुम्हे.. इसीलिए तुम्हे lockdown की हो गयी जेल.. अब बनाओ प्रकृति से ताल मेल.. वरना पड़ेगा तुम्हे बहुत भारी.. आ गयी है हमारे देश वो महामारी..
जो मास्क लगायेंगे वो बच जायेंगे.. जो धोयेगे हाथ बार बार.. वही कर पायेंगे कोरोना का संहार.. अगर करना चाहते हो अपना लालन.. तो करो lockdown के नियमो का पालन.. इस समय कोई नही बन पायेगा इच्छाधारी.. आ गयी है हमारे देश में वो महामारी..
कभी बूंद भर मोहब्बत भी बेशुमार थी, कभी मोहब्बत का समंदर भी फिका लगता है.. ये मोहब्बत भी कितना अजीब चीज है, कभी दुखो में एक आंसू भी नहीं निकलता, कभी खुशियों में आंखें बरसात आती है....
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