Kuch purani yaadein bhut yaad aa rhi hai, Tumse judi har baatein bhut yaad aa rhi hai, Ye raat puchti rahti h haal tmhara, Is akelepan ko tumhari maujudagi bhut yaad aa rhi h..
आ जाओ की एक बार मेरी चुप्पीयों को ही सुनने आ जाओ मेरी खामोशियां तुम्हारे इंतजार में है........ आ जाओ एक बार कई नज्में है लिखी मैंने जो सहरा से हैं,तुम नजरों से चुम लो उन्हें कि वो दरिया होने के खातिर तुम्हारे इंतजार में है......
आ रहे हो ना तुम कि मन तुम्हारे इंतजार में है......
देखो चाँद आ गया है सितारे आ गए है हम भी राह तक रहे कबसे तुम भी आ जाओ अब यूँ न सताओ अब अच्छा लो आँखे बंद कर ली मैंने हाँ मैं लो सो गया ख़्वाब में खो गया अब तुम आ जाओ ख्वाबो में बस जाओ यूँ न सताओ अब तुम आ जाओ।