आंखों को है शिकायत कि बहुत दिनों से कोई अपना नहीं देखा।
बात सही भी है, मैंने एक अरसे से आइना नहीं देखा।-
💔 "तुझसे बेपनाह मोहब्बत..."
प्यार तो तुझसे आज भी बेहद करते हैं,
तू बात ना करे, फिर भी तुझसे जुड़कर रहते हैं।
बस तुझे online देखकर मुस्कुरा लेते हैं,
तेरी ख़ुशी में ही खुद को भुला देते हैं।
अब तू किसी का भी हो जाए,
हमें कोई फ़र्क नहीं पड़ता…
हमारा इश्क़ सच्चा है,
ये हमें जताना नहीं, निभाना आता है।
ना तुझसे शिकवा करेंगे,
ना तुझसे कोई शिकायत होगी,
तू जब मेरा हो ही नहीं सकता,
तो तुझे पाने की भी ज़िद अब कहां बाक़ी होगी।
बस तू जहाँ भी रहे, खुश रहे,
यही रोज़ रब से दुआ करेंगे।
तेरी ज़िंदगी में चाहे हम ना हों,
मगर तुझ पर अपनी जान निसार करेंगे।
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शिकायत अगर है हमसे कोई तो
एक बार तो जिक्र कीजिये
हुआ है अगर गुनाह कोई हमसे
तो मुश्किल सी ही सही पर सजा तो दीजिए
यूँ नजरें चुराना तो अच्छा नहीं
इस नाजुक से दिल पर कुछ तो रहम कीजिये
आप जितने तो अच्छे नहीं हम मगर
कुछ बात तो हममें भी होगी
शायद फिर मुलाक़ात हो न हो
मगर किसी बात में तो हमारी बात होगी-
अब और शिकायत नहीं है तुमसे........
बड़े अरसे बाद मेरे पते पर आई हो........-
_इनायत_
हर खुशी तुझसे, तुझसे ही शिकायत है
के हुनर-ए-इश्क़ भी, तेरी ही इनायत है...-
सारी शिकायतें भी तुमसे हैं
और मुहब्बत भी,
नाराजगी भी तुमसे है
और दिल्लगी भी ।।-
इन्तहा ना ले मेरा तु नजरअंदाज कर।
सिख जाऊंगा जीना तेरे बिन कुछ इस कदर।
शिकायत है तो आके लड जाया कर।
चुप रेह कर यु ना खुदको जलाया कर।
वादा है तेरी हर ख्वाहिश पुरी करने का।
तु चाहतों को अपनी जरा खुलके बताया कर।-
मन हुआ उनका नम्बर डायल किया जाये।
उनकी आवाज सुनकर खुद को पागल किया जाये।
सन्नाटे के सौहबत मे बहुत खुश हैं वो
अपनी सदाओं से फिर क्यों दखल दिया जाये।-
Shikayat
aapse nhi khud se hai hamein...
Meri jazbaaton se waqif us raat se hai hamein
Sambhale dil ka haal rakha tha humne
Dard juban hui Jis paal shikayat us paal se hai hamein
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