कुछ पल ठहर जाती वो श्याम सी मेरी ज़िंदगी में........
सुबह होते ही में खुद उसे उसके मुकाम पर छोड़ आया करता........-
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काश तुम पानी होती और मैं......
नम... read more
सफ़र-ए-ज़िन्दगी में यू तो मेने कई बज़िया
जीती है........
लेकिन जिस दिन तुझे हारा उस दिन
सब कुछ हार गया..........-
समझदार है वो लेकिन.........
नासमझ बनना उसे अच्छा लगता है.......
जानती नहीं है वो कि खिलवाड़ क्या होता है.........
पर उसे मेरे दिल से खेलना ही अच्छा लगता है.............-
Narzgi Teri palko se aa giri
Madhosi ne meri kaha
Ab kis ke liye udass hota hai
yaad itna rakhna mere dil
Bss rat gai or baat gai
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तुम जिन गलियों से गुजरती हो उसे अपना रास्ता बना लेता हूं........
तेरे नाम को लिख कर काई बार मिटा देता हूं.....
सोचता हूं दीदार होगा तेरा यहीं पर अपनी निगाहों को उन्ही रस्तो पर लगा देता हूं.........-
गुनहगार ही था में तेरे इश्क़ में............
तुमने गुजरने के बाद पलट कर देखा तो गिरफ्तार भी हो गए........-
तेरे आने से अच्छा........
तो तेरी यादों का आना बेहतर होता है............
तुझे में जाने से रोक नही सकता..........
और एक वो है जो दिल से जाती नहीं...........
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तेरी शरारत भी सब को शरारत नहीं लगती.......
और मेरी सादगी में भी सब को शरारत नजर आती है.......-
मैं खुद से ही लापता हूँ........
और तुम क्यों मुझे ढून्ढ रहे हो........-
मुझे अच्छा लगता है तुम से बात करना बस इतना ही..........
इसके अलावा हम कभी मिलेंगे इसकी उम्मीद तुम भी मत रखना..........-