कोशिश जितनी भी करूँ तुमसे दूर जाने की.......
तुम उतना करीब आ जाती हो...................
सोचता हूं अब दीदार नही करूँगा तेरा...........
तुम बार बार नज़र आ जाती हो.......................-
*⃣*⃣
काश तुम पानी होती और मैं......
नम... read more
तुझे याद कर लिया है........
शायद भूलना तुमको नामुमकिन होगा.........-
शायद मैं तुम्हारे लिए हूँ, ये मेरा दिल जानता है........ लेकिन
दिल की धड़कनों का क्या
उसे तो बिना वजह बेचैन होने की आदत है......-
कुछ लम्हों के कुछ किस्से हैं, कुछ टुकड़े हैं कुछ हिस्से हैं.. हर टुकड़े की कुछ यादें हैं, वो रिश्तों की बुनियादें हैं.. हर कतरे का हर कतरे से अद्भुत सा एक समागम है.. वो श्रृंखला है या डोर कोई, जज़्बातों की कोई सरगम है..
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कुछ पल ठहर जाती वो श्याम सी मेरी ज़िंदगी में........
सुबह होते ही में खुद उसे उसके मुकाम पर छोड़ आया करता........-
सफ़र-ए-ज़िन्दगी में यू तो मेने कई बज़िया
जीती है........
लेकिन जिस दिन तुझे हारा उस दिन
सब कुछ हार गया..........-
समझदार है वो लेकिन.........
नासमझ बनना उसे अच्छा लगता है.......
जानती नहीं है वो कि खिलवाड़ क्या होता है.........
पर उसे मेरे दिल से खेलना ही अच्छा लगता है.............-
Narzgi Teri palko se aa giri
Madhosi ne meri kaha
Ab kis ke liye udass hota hai
yaad itna rakhna mere dil
Bss rat gai or baat gai
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तुम जिन गलियों से गुजरती हो उसे अपना रास्ता बना लेता हूं........
तेरे नाम को लिख कर काई बार मिटा देता हूं.....
सोचता हूं दीदार होगा तेरा यहीं पर अपनी निगाहों को उन्ही रस्तो पर लगा देता हूं.........-
गुनहगार ही था में तेरे इश्क़ में............
तुमने गुजरने के बाद पलट कर देखा तो गिरफ्तार भी हो गए........-