तेरे लिए मैं सब कुछ कर जाऊँगी ,
करवा चौथ की रस्म भी निभाऊँगी।
तू भी आना छत पर पानी लेकर ,
जब मैं चाँद देखने जाऊँगी ..!!
@ikanojiamoni
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कविताएं प्रेम की जो लिखी हैं चांद पे
सो आप चांद देखिए, सागर में छान के
- सुप्रिया मिश्रा-
दरिया क्या है काँटो का, मोहब्बत
आग के समन्दर को भी पार करती है
मैं हिन्दू होकर उसके लिये रखता हूँ रोज़ा
वो मुसलमा होकर मेरे लिये उपवास करती है-
वो चांद है चांद को निहार रहा है
दिल, आसमां के बगीचे में विहार रहा है
कहीं बिखरे फ़ूल की पंखुंडी संभार रहा है
वो बर्फ होकर भी कहीं पत्थर घोर रहा है
वो चांद है चांद को निहार रहा है-
आज वो भी तो सजी है,
उसके चेहरे पे भी नूर आया है..
ईद के चाँद के बाद, आज ये करवाचौथ का चाँद भी उसे देख के शरमाया है।।
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It all started with a friendship day, grew on a valentine's day. But, almost everything felt worth on the 'karvachauth'.
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From replying fast to your messages
To
Fasting for you❤️ Our relationship had grown
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चांद पर भी आज इश्क सवार होगा ,
क्योंकि व्रत तोड़ने के लिए आज चांद का इंतजार होगा ।-