आखिर कब वो दिन आएगा
जब कोई कृष्ण बन द्रौपदी की लाज बचायेगा-
उम्र भर की इज्ज़त...
आशिकी में निलाम हुई...
मोहब्बत के नाम पर...
हादसों से मुलाकात हुई...-
मेरे इश्क़ को ना आजमा ए हसीना , ख़ुदा खुद मेरे इश्क़ का गवाह है ,
जिसके सीने में हो पहले से ही आग लगी, उसे भला दिये के कुछ लौ कि कहां परवाह हैं ,
मेरे दिल का सारा जहां आज, उमंग में झूमकर त्योहार कर रही हैं ;
ये मेरे इश्क़ का नशा हैं सनम, यहां वफा से ज्यादा इज्ज़त तुम्हारा इंतज़ार कर रही हैं ।
🖋️🖋️🖋️ Kumar Anurag-
किसी मासूम की लूट रही थी,
कुछ दरिंदे लूट रहे थे
नामर्द थे वो जो तमाशा देख रहे थे-
थोड़ी सी इज्जत पाई थी जमाने की नजर में साहब,,,,
मोहब्बत क्या हुई, सभी ने गुनहगार बता दिया....!!!!!!!-
दुनियां कहती है , मोहब्बत , घरों की इज्जत छीन लेती है
यही इज्जत की दुहाई ,आशिकों से मोहब्बत, छीन लेती है-
बेटियां अगर दुश्मन की भी हों,
तो फिर भी उनके अच्छे नसीब की दुआ करो !-
तहजीब देखता हूं, मैं अक्सर गरीबो
के घर में,
साहब
दुपट्टा फटा होता हैं, लेकिन सरपर
होता हैं!!-
साथ व इज्जत माँगे नहीं जातें हैं,
अपितु
स्वयं से कमायें जातें हैं...-
मेरी औकात से बढ़कर मुझे
कुछ न देना मेरे मालिक,
क्योंकि जरूरत से ज्यादा रौशनी
भी इंसान को अंधा बना देती है।-