गंगा की गोदी में पले बढे गौमाता का पय पान किया
जिसको दे दिया वचन समझो तन मन धन सब कुछ दान दिया-
जुबान शहद, मन कड़वा
चेहरे सबके साफ़ है,
हाथ लिये फिरते गंगाजल,
दिल मैं सबके नाग है..!!-
मैं कलकल बहती,
गंगा सी,
तुम घाट बनारस,
हो जाओ!!
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कृपया बिना पढ़े,
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कहाँ खोये रहते हो बेचैनियों में
चलो ना दिखाते हैं, धारा नदी का
जरा आके बैठो ना, गंगा किनारे
आओ सुनाते हैं, गाना रफी का
बस आज होगा मोहब्बत, मोहब्बत
वो कुल्हड़ की चाय,वो बातें हसी का
तुम्हारी ये नजरें, गजब कर रही हैं
बढाओ ना झुमके से,धड़कन किसी का
बहुत नखरे वाली तुम, हमदम हसी हो
हाय..दिल हो रहा है, दिवाना सभी का-
हजारों साल बीतेंगे मगर वो खो नहीं सकती.
हमेशा जागने वाली कभी भी सो नहीं सकतीं..
तुम्हारा मैला मन भले ही मैला कहे उसको...
जो सबके पाप धोती हो वो मैली हो नहीं सकती....-
इश्क में तेरी यादों को लेकर...
दिल दिमाग में दंगा है...
एक आँख से यमुना है बहती...
तो दूसरी आंँख में गंगा है...-
बिहार
भोले बाबा के अनुयायी , भोले स्वभाव हैं ।
बोल बंम बोल बंम बोल बंम
यह ज्ञान की धरा ,
यहाँ गुरुओं का तपोवन और ब्रह्मज्ञान है ।
बुद्ध महावीर की ज्ञानस्थली ,
शरीर और मन के ऊपर यहाँ मिलता आत्मज्ञान है ।
इस तपोवन में गंगा जीवन उल्लास लिए
सींचती हम में प्राण है ।
पशु पँछीयो से घिरे ,
भोले और मेहनतकस्त इन्शान हैं ।
कृषि हमारी संस्कृति में ,
मेहनत की मीठी रोटी और साग है ।
हमारी त्योहरों और सभ्यता में कृषि का ही गुणगान है ।
जीवन की कठिनइयों में भी ,
सरल और भोला स्वभाव है ।
आम जैसी खट्टी मीठी यादों में बसा हमारा बिहार है ।-
"PROPOSAL"
Leaning I , o'erthrown blazer ,
At focal point she, in gown apparel,
Mine beards trimmed, with razor,
Cherishing winds, moments together !
Come to the deck, everything lucent ,
Fenced being, this crafted sailboat,
Gulp winds,mouth open & eloquent,
Needless being, our raincoats !
Grab on my hand, and get closer,
Your surprise reveals,close your eyes,
This lovely diamond-ring💍,O love!
For immortal life&births,be my wife!-
देवनगरी वासी,
गंगा नीर पीती हूँ!
ग़म हो या ख़ुशी,
जिंदा दिली से जीती हूँ💕-
टूट गये हैं सपने सारे,
छूट गयी सब आशा....
गंगा बहती आँखों से,
फिर भी मन है प्यासा....-