गए थे हम उसे किसी से छीन लाने को।
पर मंडप में उसे मुस्कुराता देख वापस लौट आए।-
अब तो रविवार में भी कुछ मिलावट सी हो गयी है..
की छुट्टी दिखाई तो पड़ती है....
मगर सुकून के पल नजर नहीं आते ll-
इस दिल में प्यार था कितना,
वो जान लेते तो क्या बात होती,
हमने मांगा था उन्हें रब से,
वो भी मांग लेते तो क्या बात होती !!-
"तुमने तो ठुकराया हमें पत्थर समझ कर थोड़ा तराशा होता तो हीरा ही निकलते"
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शब्दों के सागर से
छाटने होते है मोती
पिरोने पड़ते हैं
आभूषण की तरह
तालमेल बिठाना होता है
चित्रकला में रंगों जैसा
मौसम के जैसे सारे
मर्ज दर्द लिखने होते हैं
सर्द गर्म छाव धूप सा कुछ
हर किसी के बस में नहीं समझना
समझे वहीं आत्मा में लगी हो जिसके-
मेरा लौटकर आना अब ठीक नहीं,
सुना हैं तुम किसी और के हो गये हो..!!
@ikanojiamoni-
क्या सच में मुझे तुम खुद से मिलाओगी?,
मेरे हर गम,हर दुःख-दर्द को तुम अपना बनाओगी??-
रंगीन हुई जिंदगी मेरी,
तुम थे तो अंधेरा बहोत था...!!
@ikanojiamoni-