#BabaKaDhaba
सोच छोटी होती हैं उम्र की सीमा को झूठला दिया
एक 80 साल के बाबा ने ज़िन्दगी का बहुत बडा पाठ सिखला दिया-
जब से खोला आपने ये ढाबा,
हर रोज यहाँ हम आते हैं,
ख़यालों के पुलाव पकाते हैं।
दूसरों के व्यंजन खाते हैं,
अपना भी उन्हें चखाते हैं।
प्रिय योरकोट बाबा,
मस्त चल रहा है ढाबा,
रोज नये नये लोग आते हैं
पका, अधपका पचाते हैं।
प्रिय योरकोट बाबा,
स्वीकार करो ये चढ़ावा
करना न बन्द ये ढाबा
ठिकाना नहीं कोई इसके अलावा-
दिल्ली में 80 साल से अधिक उम्र के एक दम्पति आत्मनिर्भर है...
और देश का 30 से 35 साल का युवा Government से रोजगार मांग रहा है... 😐
🙏बाबा का ढाबा🙏-
"बाबा का ढाबा" एक मिसाल बन गए..
ढलती हुई उम्र में तजुर्बा बेहिसाब दे गए..
न हारे अपनी उम्र से..
हिम्मत और हौसला बेसुमार दे गए..
अरे! कौन कहता है?
थक जाते हैं क़दम और हिम्मत बुढ़ापे में...
देखो! वे 80 की उम्र में...
अपने मेहनत, लगन से..
देश में कैसे अपना नाम कर गए...!-
अग़र कुछ अच्छा ही करने का तुम्हारा इरादा है...
तो हर जग़ह कहीं-ना-कहीं "बाबा का ढाबा" है।।-