समझ मेरी मजबूरियां मुझे देदे रिहाई
ये दिल नहीं चाहता पर मिली है जुदाई
पता है मुझे मेरे साथ तेरी परछाइ रहेगी
छोड़ दूंगा माँ बाप को तो क्या कहेगी खुदाई
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अर्थ उथले हो रहे हैं इन दिनों,
हंस बगुले हो रहे हैं इन दिनों।
चेहरे उजले हुए तो क्या हुआ?
दिल तो गंदले हो रहे हैं इन दिनों।
काँच जगमग हो रहे हैं इन दिनों,
धूल में लटपट हीरे हैं इन दिनों।
अच्छा बुरा देखकर ही निर्णय लेना,
गोबर पे चांदी वर्क चढ़े हैं इन दिनों।
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""सुबह की शुद्ध हवाओं के साथ,
सूरज की किरण, भीनी-भीनी खुशबू
के साथ मुबारक हो आप सभी मित्रों
को नव वर्ष की नई सुंदर और कामयाब
सुबह का पहला "सुप्रभात जी"
""🙏🙏💐💐💐💐🙏🙏""
""HAPPY NEW YEAR""
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Bheed ke us qaafile mein,
Vo nazro se sab baya'n kar gaye.
Jab samjhe hum unke jazbaat ko,
Hum usi bheed me khamosh theher gaye.
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जीवन इतना भी कठिन नहीं
कि जिया न जा सके
किसी का साथ जरूरी है
पर इतना भी नहीं
कि रहा न जा सके
परेशानियां इतनी भी मुश्किल नहीं
कि पार न पाया जा सके
प्यार पाना असंभव नहीं
कि खुदकुशी की जाए
जीवन को सौगात समझकर जिएं
फिर सब मंगल ही होगा-
बात कुछ भी नहीं थी,
बात बस इतनी सी थी,
मुझे चाय और तुम्हें कॉफी-
पीनी थी,
इसी बात का तुने बतंगड़-
बना दिया..।-
# विश्वास #
विश्वास सिर्फ शब्द नहीं है
रिश्तों को पिरोने वाली माला है
कहीं से भी टूटा
तो माला का बिखरना तय है।-
गरीबों के लिये ना छत है,ना रोटी..
अमीरों के पास तो रकम है,मोटी
हे इंसान तेरे धन का कोई मोल नहीं
क्योंकि गरीबों के लिये मन में दया नहीं-