बहुत सी रेलगाड़ियां जाती होंगी वहां तक
फ़िर तेरा शहर, मेरे शहर से मिलता क्यों नहीं?-
कम्बख़्त मेहँदी तो तुमने तुम्हारी पसन्द की लगवाई थी
औऱ रोते बिलखते कह रहे थे 'क़ातिब' मेरी मजबूरी थी
#साफ़_साफ़_क्यों_नही_कहते
#Psycho_Writer✍
#Мя_NiЯwAnDaЯ★★★-
तेरा मुझे नजरअंदाज करना
मेरी हर बात हँसी में उडा़ना
मेरी फिक्र को, मामूली समझना
कुछ कहने पर नाराज हो जाना
सच तो यह है कि मुझे अच्छा नहीं लगता
तेरा मुझे न समझ पाना-
सीधे रास्ते मिल जाये मंजिल,
एसा कोइ फसाना.नहीं देखा,
जिसे प्यास हो जीत की,
उसके मुंह से बहाना नहीं देखा,
यूं ही काट के जिंदगी,
रोज मरते तो हैं लाखों,
बदले परिभाषा जिंदगी की,
कमजोर हौसलों में ये इरादा नहीं देखा.-
# 454 Poem #
चले जाओगे दूर हमसे
मुझमें से निकल सको तो
काबिल-ए-दाद होगा
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பசியும் தூக்கமும்
பஞ்சாய் பறந்தது
தும்மலும் விம்மலும்
தூரமாய் போனது
நித்திரையும் நிம்மதியும்
நித்தமும் மறந்தது
கனவும் காகிதமும்
கானம் பாடியது
காதலெனும் வியாதி
எனக்கும் வந்ததால் !
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#The Sly Company Of People Who Care #
पाकिस्तान,सेना के लोगों द्वारा बनाई गई एक धूर्त कंपनी है, भारत उसकी रत्तीभर भी परवाह नहीं करता।
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