वो उसके ज़िस्म को देखकऱ प्यार की बातें कर रहा था
वो उसके हाथों चूमकर 'क़ातिब' बिस्तर तक ले जाने के ख़्वाब भर रहा था
#लेक़िन_मग़र_ऐसा_शायद
#Psycho_Writer✍
#Мя_NiЯwAnDaЯ★★★
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मन के सब अरमानों को,
जीवन में सहना पड़ता है,
अपनी व्यथा गाथा छिपाकर,
असमर्थ हमें हंसना पड़ता है,
गम मिले या हमें मिले खुशी,
मर-मरकर हमें जीना पड़ता है,
कांटो भरी राह पर चलकर,
पग खुद सहलाना पड़ता है,
तन-मन व्याकुल होने पर भी,
हमको प्रतिपल बढ़ना पड़ता है,
हमें बहुत कुछ सहना पड़ता है..।
--"उमा"-
...ऐसे रखती हूँ
मैं तुम्हारे शब्दों को सम्हालकर
जैसे तुम रखते हो
ताज़े फूलों को सहेजकर
अपनी प्रेयसी के जूड़े में लगाने को.-
# तथ्य #
हम तथ्यों को जाने एंव जांचे बगैर, सूचनाओं एवं अफवाहों के बहकावे में आ जाते हैं, जो विध्वंसक सिद्ध होता है।-
முடக்கப்பட்ட
திறமைகள்
திறந்த
புத்தகங்களில்
படிக்கப் படாத
வரிகளைப் போல்
ஒளிந்துள்ளன
கண்ணெதிரில் !
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रोशनी की एक किरण भी बहुत है,
अंधकार मिटाने को थोड़ी रोशनी काफी है,
अंधेरे में मार्गदर्शन करने (दिखाने )को,
एक दीपक ही काफी है उजाले को,
ज्ञान की छोटी सी झलक बहुत है, अज्ञान मिटाने को..।-
Either don't do any mistake or if you are so fucking careless and slow witted person to repeat your mistakes, be enough mature to cure your shit by your own. Don't always postulate here and there.
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जिंदगी नो सफर बधां प्राणियों
करता होय छे,पण केवी रीते,
जिंदगी नो सफर आपणा हाथ
मां छे खुशी थी के उदास रहीने,
'कबीरा जब पैदा हुआ जग हंसे,हम रोये ।
एसी करनी कर चलो,हम हंसें जग रोये ।।'
आपणो नाम रोशन करी ने सफर पूर्ण
करवो छे-
इस दुनिया का दिल
बड़ा पत्थर और
काला होता है,
यूँही नहीं गोलियों से
छली कोई
सिद्धू मूसे वाला होता है l-