QUOTES ON #ख़ामोशी

#ख़ामोशी quotes

Trending | Latest
14 DEC 2020 AT 13:30

हाँ पहले कहने से डरता था वो
सच बेज़ुबान की साँसें इतनी लड़खड़ा रही है

बड़ी घुटन सी है उसकी शोर में लबलबाती
अब उसकी ख़ामोशी इतनी शोर मचा रही है

-


10 DEC 2020 AT 19:34

ख़ामोशी से हुई इश्क़ में चार चाँद लगता है
बोलने से यहाँ बस अहल-ए-हर्फ़ बेपर्दा होता है

सुनी राह रौशन जब मिले सब हर्श लगता है
अब हाल-ए-दिल बैठ रोने से दिल हल्का लगता है

-


10 MAY 2020 AT 23:08

जिस दिन मेरी इन बेतूकी बातों मे छुपी ख़ामोशी सुन लोगे
उन दिन तुम मुझे पूरी तरह समझ लोगे

-


31 AUG 2020 AT 5:18

ख़ुशियों की तलाश में ये सन्नाटा भी शोर करने लगी है
कभी मुस्कुराने को वज़ह की ज़रूरत ही नहीं पड़ती थी
अब एक वज़ह ढूँढने को पूरी रात भी कम पड़ने लगी है

-


6 JUN 2020 AT 8:58

तड़प इन 'निगाहों' की समझेगा कौन
जो मुद्दा है बाजार , बन बैठा 'मौन'

किराये का गम है , किराये की खुशियां
नही जानता कब 'गिरे' कितना कौन

नई उम्र का सब 'तजुर्बा' है चाहे
बुढ़ापे में 'सठियाई' , है सारी कौम

अरे वाह रे... क्या तसल्ली है पाई
तबाही के दिल का , नज़रिया है 'मौन'

नज़रिया न बदलोगे , फब्ती कसोगे
जो घर मे तुम्हारे वो 'गरिमा' है कौन

-


3 APR 2020 AT 22:20

یہ خاموشی مرے کمرے میں کس آواز کی ہے
کہیں یوں تو نہیں تو بات کرنا چاہتی ہے

ये ख़ामोशी मिरे कमरे में किस आवाज़ की है
कहीं यूँ तो नहीं तू बात करना चाहती है

-


8 SEP 2021 AT 17:32

जो कभी गंवारा नहीं है
कम से कम यही कह दे तू हमारा नहीं है

-


9 DEC 2021 AT 17:35

हमनें सीखा है फूलों से.. के कैसे.. खिल के जीते हैं
ग़र रहना है ज़िन्दगी के गुलिस्ताँ में..
तो क्यूँ ना.. काटों से मिल के जीते हैं,

बहुत होशियारी है.. इस अहल-ए-जहाँ में
औऱ हम ठहरे ख़लल-ए-दिमाग़.. जो बस दिल से जीते हैं,

आसाँ नहीं पाना ख़ुशियों का कहकशाँ.. दिल मेरे
अब यहाँ तो इन्सां क्या.. ख़ुदा भी मुश्किल से जीते हैं,

बस बहते रहो पानी सा.. जोगी सा मलंग बनकर
के उन्हें भी तो ठिकाने मिलते हैं...
जो बिन मंजिल के जीते हैं..!

-


9 NOV 2019 AT 14:49

....

-


14 FEB 2021 AT 10:08

इश्क़ में हम कुछ यूँ सँवर जायेंगे
खुशबू बन राहों में बिखर जायेंगे,

याद करोगे ना चाहते हुए भी
इश्क़ कुछ ऐसा हम कर जायेंगे,

बुलाना भी चाहोगे जो कभी
हम ना तेरे दर फिर आयेंगे,

हो जो तुम यूँ ख़ामोश अभी
चुप रहकर हम भी सह जायेंगे,

तुम यूँ ही देखते रह जाओगे
हम वक़्त के मानी गुज़र जायेंगे... @

-