श्वांस भी तुम, हर आस भी तुम इस जीवन का आभास भी तुम तुमको मन ढूंढें कण कण में दूर भी तुम और पास भी तुम....@ ये चमक ये दमक, जीवन में महक सब कुछ सरकार तुम्हई से है.... 🙏🙏 हर हर महादेव 🔱
काश कोई मुझे किनारों की तरह छू जाये, काश कोई ज़ेहन की गहराइयों में उतर जाये, कभी कहीं तो मिलता होगा ये अम्बर धरती से, काश कभी लम्हा थमें और वक्त गुजर जाये... @
जन्म भी शिव मृत्यु भी शिव पाप भी शिव पुण्य भी शिव, शिव है विरागी शिव अनुरागी शिवमय है काशी शिव कैलाशी, शिव है दिगंबर शिव बाघंबर शिव में समाये धरती अम्बर, शिव है सुंदर शिव भयंकर शिव में विलय हैं सात समंदर, तन में शिव है मन में शिव है जीवन के हर क्षण में शिव है, साकार भी शिव निराकार भी शिव सनातन का आधार भी शिव, अंत भी शिव अनंत भी शिव रुद्र भी शिव है संत भी शिव, सौम्य भी शिव विकराल भी शिव महादेव, आशुतोष, महाकाल है शिव... @
तुम हो जीवन तुम ही काल हो, तुम हो त्रिलोचन तुम ही महाकाल हो, तुम हो आदि तुम ही अनादि हो, तुम हो अंत तुम ही अनंत हो, तुम हो दिगंबर तुम ही बाघम्बर, तुम में समाये हैं ये धरती अम्बर, तुम हो विरागी तुम ही भस्मांगी, तुम हो कैलाशी हर घट के वासी, मस्तक पर है चंदा साजे , जटाओं में हैं मां गंगा विराजे , तुम हो सृष्टि तुम ही दृष्टि , तुम से ही है मेरी भक्ति , तुम हो साया तुम ही दर्पण , मेरा तन मन सब तुझको समर्पण, तुम हो जवाब तुम ही सवाल हो, तुम ही सबकुछ मेरे महाकाल हो... @