इस लोकतंत्र में कुछ ऐसे "बुद्धिजीवी" बसते हैं ,
जो पाक की जीत में खुश होते , देश की हार पर हँसते हैं
खाते भारत देश का मगर प्राण तुर्की में बसते हैं
चलो मान लिया आतंकवाद का मजहब नही ,
फिर क्यूँ "भगवा" आतंकवादी दिखते हैं
और कुछ ऐसे "नीच" भी बसते हैं ,भारत में इन्हे डर है लगता
मगर अफजल की मौत पर रोते हैं ! सच मे ये बुद्धिजीवी ;
बड़े दोगले होते हैं ।
-
तुम हिन्दू हो, तुम्हारे जख्म नही बिकेंगे बाज़ार में,
वो चले गये ऐसा कह कर...
सेकुलरिज्म वाले थे शायद।।-
तुम्हारे जेहादी बंदूक से निकली गोली भी
सेकुलर होती है,
हम राम राम भी कह दें तो सांप्रदायिक हो जाते हैं.
हम ईश्वर अल्लाह तेरो नाम कहें,
तुम कहो सिर्फ अल्लाह का नाम रहेगा.
फिर भी हम सांप्रदायिक हैं!
क्योंकि हम कहते हैं
राम का भी नाम रहेगा
अल्लाह का भी नाम रहेगा।।-
सुनो फर्जी लिबरलो ,सेकुलरवादियो और
बिकाऊ फिल्मी भान्ड़ो
दीपावली आ रही है , तो कृप्या पटाखों पर
ज्ञान ना बाँटे,
जब तुम ड्रग्स लेकर नही मरते तो धुँआ••
क्या बिगाड़ लेगा ।😎-
क्या खूब सजा है आज सेकुलरिज्म;
किताब छोर हिजाब पर टिकी नेशन!
जहालात ना दिखी रूपेश की मौत पर;
अनदेखा कर दिया लावन्या की रस्सी;
दिखेगा कैसे जो आंखे बुझी है डर में;
कटु कट्टरता का होर है उनके सर में।
बातों पर लिब्रलिज्म जहा झलकती है;
बेहकाऊ और कट्टरपंथी वहा व्यक्ति है।— % &-
तुझे देखा तो फिदा हो गए।
तेरी मोहब्बत में पड़े तो गमजदा हो गए।
तुझे पाने की तमन्ना है पर पता नहीं,
तुम किस मजहब की हो,
इसलिए सेकूलर होकर तुम पर मरते हैं ।
और मेरे इश्क की इंतहा तो देखो,..
तेरे लिए पूजा प्रार्थना और नमाज भी अदा करते है।।-
संस्कृत अगर हिन्दू है,
उर्दू अगर मुस्लिम,
तो क्या हिन्दी सेकुलर है?
केला अगर हिन्दू है,
अंजीर अगर मुस्लिम,
तो क्या बाकी के फल सेकुलर है?
गंगा अगर हिन्दू है,
आब-ए-जमजम अगर मुस्लिम,
तो क्या पीने का पानी सेकुलर है?
मूंछ अगर हिन्दू है,
दाढ़ी अगर मुस्लिम,
तो क्या आजकल का दाढ़ी मूंछ का ट्रेंड सेकुलर है?-
हम टुल्ले बेचते हैं जी,
कोई कीमत नहीं जी,
बस बिरयानी खिला देना,
ओढ़ने बिछौने दे देना;
शाहीनबाग भी कर देंगे;
बोर्डर सील भी कर देंगे।
हाँ जी, हाँ जी, उसकी चिन्ता ना करो जी;
गरान्टी है जी, सब के सब सेकुलर हैंगे जी।-