जब भी गुजरता हू राह से दिल बस तुझे ही चाह,
तुझे होटों से लगाते ही जनाब मज़ा आ जाए ,
होठ से चढ़ती हो , सीधे दिमाग पे असर करती हो,
होठ से हटाने के बाद बेशक बुरी भी लगती हो , फिर भी ना जाने मन तुझे क्यों चाह।
तनहाई का एकमात्र सहारा होती हो , दिल को खुश करके अपनी ओर बुलाती हो ,
पूरी जलने तक साथ निभाती हो।।
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तन्हाई में भी अब खुश होकर जीने लगा हु
यकीन करो अब मैं सिगरेट जो पीने लगा हु !!-
दोस्त ने कँहा सिगारेट पर शायरी लिखो मैने शायरी यह लिखी की :
मतलबी लोगोसे और लडकी से अच्छी तो मेरी सिगरेट हे यारो...
जो मेरे होठ से अपनी जिंदगी शुरू करती हे और
मेरे कदमो के नीचे अपना दम तोड देती है-
जब किसी की यादे बसी हो सीने में
तब अलग मजा आता है 🚭 सिगरेट 🚭 पीने में-
सिगरेट पीना शौक है मेरा,आदत नही,
ये ज़ज़्बात जगाती है तभी पिता हूँ,
आधी रात के वक़्त में पागल तो नही,
तेरी याद सताती है तभी पीता हूँ,
इस सिगरेट में फज़िलत तो कोई नही,
ये फ़िक्र मिटाती है तभी पिता हूँ,
मैं जानता हूँ मुझे कुछ नही मिलना ऐसे ,
ये मेरी उम्र हटाती है तभी पिता हूँ-
मोहब्बत कर लो सिगरेट से बेवफा नहीं होती है
देती कुछ नहीं है इश्क की तरह
ये ईमान भी नहीं लेती है इश्क की तरह
बस लेती है तो सीधा जान लेती है
अब ये गालिब कहते हैं की
मोहब्बत ने बेवफाई कर दी
तो हमने सिगरेट पीना शुरू कर दीया
हम कैसे बताएं उन गालिबो को
कि हमने सिगरेट को
सिगरेट की मोहब्बत मैं पीना शुरू कर दिया
ये इश्क भी बहुत ही जालिम है
अगर किसी से हो जाए तो सिगरेट छूट ही जाती है
लेकिन इश्क अगर बेवफाई कर जाती है
तो सिगरेट की वफ़ा देखो
की उसको छोड़ने पर भी
हमारे सांसों के जरिए हमारी दवा कर जाती है
सिगरेट तभी पी जाती है
जब मोहब्बत बेवफाई कर जाती है
क्योंकि ये सिगरेट है गालिब इसकी मोहब्बत ना
हर गम को पीछे छोड़ जाती है
हर गम को पीछे छोड़ जाती है
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आज⛅ का ग्यान😌
जहां पर सिगरेट🚬 पीना मना🚭 हो,,,,
वहाँ पर बीड़ी पी लो 😂...-
बिंदी,काजल,कजरा,मेहन्दी क्या फलक से सजी आ रही हो
मुझको तो छोड़ा सिगरेट के खातिर अब खुद शराबी के साथ जा रही हो।।
🍺💔-
मोहब्बत में कहां दम जो गम मिटा सके
ये सिगरेट का मेल है जो सब भुला सके
जिसे समझना था वो नासमझ हो गया
कमबख्त इस सिगरेट ने गले लगा लिया।-