क्यूँ आए हो
किसकी कीमत लगाने आए हो
यहाँ इश्क़ है
कोई मजबूरी की सलवार नहीं-
क्या कहूँ आज जो देखा
मैंने उनको सूट-ए-
सलवार में ।।
घायल हो गया मैं उनकी
नज़रों की एक हीं
पलटवार में ।।
अरे इरादा था कभी न इश्क़
की दुनिया में कदम
रखने की...
मगर कमबख़्त ये NrJ पड़
गया फिर भी उनके
प्यार में ।।-
एक लड़की ने बहुत खूबसूरत बात कहीं !
कहतीं:-
जिस लडक़ी को "सिर, पर चुन्नी और दुपट्टा भारी लगता हैं।
लड़की ने आसान शब्दों में कहा:- चुन्नी और दुपट्टा से भारी सलवार होतीं हैं ।
जिस लड़की को चुन्नी और दुपट्टा भारी लगता हैं तो उसे सलवार भी भारी लगती हैं ।।
!! जो सिर से चुन्नी, दुपट्टा उतार सकती हैं तो वो बदन से "सलवार, भी उतार सकती हैं !!
( 🙏क्या बात कही सलाम हैं उस लड़की को 🙏 )-
पहने हैं सलवार पर आज दुपट्टा गायब है!
बढ़ जाता सम्मान पर आज दुपट्टा गायब है!
खिल जाता था रुप पर आज दुपट्टा गायब है!
शर्म रही न आंँखों में, आज दुपट्टा गायब है!
बचेगी कैसे लाज अब, आज दुपट्टा गायब है!
बच्चा रोता झोली बनती, आज दुपट्टा गायब है!
चोट लगे तब पट्टी बँधती, आज दुपट्टा गायब है!
नजर झुका लो लोगों तुम, आज दुपट्टा गायब है!
रक्षा काज आगे आओ, आज दुपट्टा गायब है!-
जब वो अक्सर मुझसे मिलने आती है..
तब बुर्का, बिकनी, साड़ी हो या सलवार सब उतर देती है...
मैं उसके हुस्न, जिस्म, चुंबन की अदायों में खो जाता हूँ...-
जज़्बातें भी सरकने लगी हैं आज़कल रेशमी सलवार की तरह,,
मैंने किसी को कहतें सुना था,,"साला मेरा इश्क़ आज़कल बिस्तर पर उतना मज़ा नहीं देता यार"।।-
छोटे कपड़े तो मैं सब शौक से पहनती हूँ
इश्क़ तो मुझे सिर्फ सलवार कमिज से है-
साहब🎅...ये किसान हैं💪बाबा रामदेव नहीं...जो लाठी के डर से सलवार..पहनकर भाग जाएँगें😉
🌿जय जवान जय किसान🌿
🌿🌿🌿🌿🌿-