कुछ शब्द पिघल कर पसर गये हैं मौन के परिसर में ......
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....😐लफ्ज़ों का मोन😐....
अपनों के आँखों में अपने लिए बेइंतेहा मोहब्बत देखकर भी यह लफ्ज़ मोन हो जाती हैं........
और अपनों को अपने ख़िलाफ़ शब्दों को सुनकर भी यह लफ्ज़ मोन हो जाती हैं..........!
Devoted to love
Asna
18/August/2019-
गुंगा नही बस मोन हुँ ,में...
वक़्त आने पे बता दूँगा
कौन हूँ में...॥♡ऽp..!✍
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सभी महान लोग कहते हैं कि-
"जब पा लेते हैं हम भीतरी मोन,
तभी सुनाई देती है खुदा की RING ए TELEPHONE...!"-
नोटों की नोटबन्दी से भी बुरी होती है,,
रिश्तों की नोटबन्दी
(कैप्शन में देखिए )-
काश मेरे चंद खोखले अल्फ़ाजो को पसंद करने वाले
मेरे गहरे मोन को भी समझ पाते-
अब कुछ लगे बुरा, तो चुप रह जाती हूँ...
कुछ उम्मीदों को बक्से में कैद कर जाती हैँ।
कई सवाल उठते हैं ज़हन में...
फिर भी अब नम रह जाती हूँ।
जो अपने फिर भी ना समझे ये खामोशी...
पलकें झुका अब बस मुस्कुरा जाती हूँ।
हिंदी में लिखने की कोशिश...
शायद तुम्हारे सवालों का जवाब देती है।
रंगीन आसमां को निहारना...
और समुद्र तट पर अपनी जीवनी बाटना,
आज भी हमारा इंतजार करते हैं।
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मोन के बारे में सुना था मैने...
फिर समझा ।
सोचा, क्यों ना आजमाया जाए!
नतीजा......
धैर्य के बिना मोन कि कोई औकात नहीं ,
और धैर्य को धारण करना सबके बस की बात नहीं।-