जिसने अपने को सहारा दिया वो ऊँचा उठ गया
और जो दूसरे को सहारा देता रहा,
वो नीचे रहकर भी बड़ा बन गया !-
सीख☝️!...
दूसरों को नीचा गिराने में तुले है सब!...कही ऐसा ना हो जाए की, गलती से आप सबके नज़रों से नीचे गिर जाओ....
धरती गोल है!....
जितनी तेजी से तुम कुछ फेकोंगे , वह दौगुनी तेजी से तुम्हारे पास ही वापस लौट आएगा!....-
यदि आप को नीचा दिखाने का
प्रयास कर रहा है ,
तो वह निश्चित अपने बराबर लाने
के लिए प्रयासरत है ,
वह नीचे ही है।।
।। तू ही तू ।।-
"पहले दोस्त जान तक लुटा कर दोस्ती निभाते थे,
अब तो नीचा दिखाना ही दोस्ती का परम धर्म है"-
वो मुझे जानने के लिए बात नहीं करता ।
मुझे नीचा दिखाने के लिए बात करता है।।
मुझे समझेगी नहीं बस जवाब देने के लिए सुनता है।
वो कहता है मैं बहुत बोलती हूं ।।
पर कभी ये नहीं देखता की बोलती किसके लिए हूं ।
हर बात अनसुनी करता है जाने वो ऐसा क्यों करता है ।।
वो मुझे जानने के लिए नहीं बस विकल्प की तरह बात करता है ।
मैं दिल में बसा चुकी हूं, और वो अब भी हिचक रहा है।।
बस मुझे नीचा दिखने के लिए बात करता है।
बस करता है और मै बात करने के लिए करती हूं।।-
2122 1212 22
झूठ को आसरा दिया उसने
रंग अपना दिखा दिया उसने।1
सच को नीचा दिखाना चाहा था
खुद को नीचे गिरा दिया उसने।2
आप भी बन गए तमाशाई
हँसने वालों, रुला दिया उसने।3
ज़िन्दगी बाज़ ही नहीं आती
इक सबक फिर सिखा दिया उसने।4
फिर बहाना नया बनाया है
छोड़ देगा बता दिया उसने।5
दोस्ती का वजूद मिट ही गया
अजनबी हूँ जता दिया उसने।6
"सूद" बन के मसीहा आया "रिया"
पर उसे भी सता दिया उसने।7-
जिनके अपने खुद के राज किताबों के पन्नो मे बन्द होते है
वो लोग दुसरो को नीचा दिखाने दिखाने मे कोई कसर नही छोड़ते ।-
व्यर्थ हैं एक इंसान की सारी भक्ति और पाठ-पूजा
अग़र वो दुसरो को ख़ुद के सामने समझता हो नीचा-